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क्या चेतावनी बोर्ड लगाने से मजबूत हो गए आगरा के ईदगाह और आंबेडकर पुल - bridges in Agra

अगर किसी व्यस्त पुल को कमजोर घोषित कर दिया जाता है तो नियम के मुताबिक उस पर वाहनों की आवाजाही बंद होनी चाहिए. मगर आगरा के यमुना पर बने आंबेडकर पुल और ईदगाह पुल पर बेधड़क गाड़ियां दौड़ रहीं हैं. पीडब्ल्यूडी और रेलवे ने ईदगाह पुल पर चेतावनी का बोर्ड पिछले चार साल से लगा रखा है. फिलहाल दोनों विभाग पुलों की मरम्मत कराना भूल गए.

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Published : Nov 18, 2022, 2:39 PM IST

आगरा :ताजनगरी में वीआईपी रूटों पर बने दो पुल करीब चार साल पहले ही कमजोर घोषित कर दिए गए. पीडब्ल्यूडी और रेलवे ने पड़ताल के बाद इसे कमजोर घोषित किया था. इसके बाद इन पुलों के पास चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए कि रेल उपरिगामी पुल कमजोर है और इस पर भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है. बोर्ड लगाने के साथ ही विभागों ने अपने दायित्वों को पूरा कर लिया. इसके बाद से ही वीवीआईपी रूट के ईदगाह पुल से लगातार सीमेंट झड़ रहा है. लेंटर की सरिया निकल आईं हैं. फिर भी इस पुल से भारी वाहन संग हजारों वाहन दिन में फर्राटा भर रहे हैं. यमुना ब्रिज घाट पर यमुना पर आंडबेकर पुल में भी दरार भी आ गईं है. उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने दावा किया कि ईदगाह पुल की मरम्मत के लिए टेंडर निकाले गए हैं, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीक्षण अभियंता आनंद कुमार का कहना है कि आंबेडकर पुल पर भारी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है.

जानकारी देते हुए आगरा वृत पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता आनंद कुमार

अगर आप आगरा एयरपोर्ट से शहर में दाखिल होते हैं तो आपको आगरा कैंट स्टेशन के पास ही ईदगाह पुल से गुजरना होगा. यह पुल पिछले छह साल से क्षतिग्रस्त है. फिर भी इस पुल से आम लोग और वीवीआईपी का लाव लश्कर बिना टेंशन लिए गुजरते हैं. हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग और रेलवे ने चेतावनी बोर्ड लगा रखी है. जनवरी 2019 में पीएम मोदी आगरा में लोकसभा चुनाव का शंखनाद करने आए तो ईदगाह पुल के गुजरकर कोठी मीना बाजार मैदान में सभा संबोधित पहुंचे थे. सन 2019 के लोकसभा चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी में एयरपोर्ट से आगरा चुनाव प्रचार को आए दर्जनों मंत्री और वीवीआईपी इस पुल के रास्ते आगरा शहर में दाखिल हुए थे. और तो और, 24 फरवरी 2020 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उनकी पत्नी मेलानियां, बेटी इंवाका समेत अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल को ताजमहल के दीदार के लिए इस पुल के रास्ते ही ले जाया गया.

ईदगाह पुल के झांकते सरिये लोगों को दिख रहे हैं मगर रेलवे और पीडब्ल्यूडी को नहीं.

जब वीवीआईपी के आने का तय समय होता है तो इस पुल के बारे में चिंता की जाती है. वीवीआईपी के जाते ही विभाग ईदगाह पुल की देखरेख भी भूल जाते हैं. ईदगाह पुल के नीचे से सैकड़ों ट्रेनें दिन में गुजरती हैं. जब पुल की हालत जर्जर हुई तो रेलवे ने पत्राचार किया. इस पर रेलवे की टीम ने पुल की मजबूती को परखा. इसके बाद रेलवे की रिपोर्ट पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने पुल की सेफ्टी ऑडिट कराई. इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने ईदगाह पुल को कमजोर घोषित कर दिया. और इससे भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने का बोर्ड लगा दिया.

ईदगाह पुल से सीमेंट झड़ने लगा है और सरिये दिखने लगे हैं
अब यूं आया फिर चर्चा में :गुजरात के मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बने केबल पुल हादसे के बाद सीएम योगी ने प्रदेश में जर्जर और कमजोर पुलों की रिपोर्ट मांगी थी. आगरा में पीडब्ल्यूडी विभाग ने वीवीआईपी रूट के ईदगाह पुल और यमुना पर बने आंबेडकर पुल को शामिल किया था. मायावती सरकार में यमुना ब्रिज घाट पर यमुना पर आंडबेकर पुल बनाया गया था. जिसकी एक दशक में कई मरम्मत की गई और दरार भी आ गईं हैं. इस पुल से अब भारी वाहनों का आवागम बंद है. जबकि, रेलवे और पीडब्ल्यूडी विभाग वीवीआईपी रूट के ईदगाह पुल से किसी बडे हादसे का इंतजार कर रहे हैं. इसलिए अभी तक रेलवे और पीडब्ल्यूडी कार्यालय में चार से अधिक समय से फाइलें घूम रही हैं. मगर, कमजोर पुल की न मरम्मत की बात दूर, उससे भारी वाहनों का आवागमन बंद नहीं कराया गया है. विशेषज्ञ से कराई पुल की जांच, जल्द कराएंगे मरम्मत : पीडब्ल्यूडी विभाग के आगरा सर्कल के अधीक्षण अभियंता आनंद कुमार का कहना है कि सीएम योगी के आदेश पर किए गए सर्वे की रिपोर्ट में आगरा जिले में दो पुल हैं. जो कमजोर हैं. जिन्हें रिपोर्ट में शामिल किया गया है. इसमें एक यमुना पर बना आंबेडकर पुल है. जो सेतु निगम के पास है. जिससे भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा जा चुकी है. दूसरा खेरिया एयरपोर्ट के रास्ते में बना ईदगाह पुल है, वह पुराना और कमजोर है. इसकी विशेषज्ञ से जांच कराई गई है. इस क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का बजट तैयार किया जा रहा है. क्योंकि, यह पुल वीवीआईपी रूट पर है. वहां पर ओवरहैड बैरियर लगाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे पुलिस से भारी वाहन न गुजरें. रेलवे ने पुल की मरम्मत का किया नया टेंडर : उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि, आगरा कैंट स्टेशन के आउटर पर जो ईदगाह पुल है. उससे भारी वाहनों के निकलने पर पाबंदी लगाई है. यह पुल व्यस्त और शहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इसलिए, उसका लगातार रखरखाव किया जाता है. हाल में ही पुल की मरम्मत का नया टेंडर किया गया है. जिससे पुल बेहतर रहे. पढ़ें : आगरा में चारपाई पर स्वास्थ्य सेवाएं, देखें वायरल वीडियो

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