आगरा:जिले में स्थित एसआर अस्पताल को हॉटस्पॉट चिन्हित किया गया है. जहां आज अस्पताल परिसर में कर्मचारियों ने भूख हड़ताल का ऐलान किया. अस्पताल के कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उन्हें 18 दिन से क्वारंटाइन में ही रखा गया हैं.
दरअसल, आगरा के एसआर अस्पताल के संचालक और उसके बेटे की तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद वह अपने अस्पताल में ही एडमिट थे. इसके बाद दोनों स्वयं गुरुग्राम जाकर वेदांता अस्पताल में भर्ती हुए, जहां उनको कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. मामले की खबर लगते ही एसआर अस्पताल में हड़कंप मच गया. प्रशासन द्वारा एहतियात बरतते हुए सारे स्टाफ को अस्पताल में ही क्वारंटाइन कर दिया गया. साथ ही सभी स्टाफ की जिला अस्पताल में सैम्पल टेस्ट कराए गए, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी.आगरा: अस्पताल के स्टाफ ने शुरू की भूख हड़ताल, 18 दिन से हैं क्वारंटाइन - agra sr hospital
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एसआर अस्पताल के संचालक और उसके बेटे में कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी कर्मचारियों को संदिग्ध मानते हुए 18 दिनों से क्वारंटाइन में रखा गया है. सभी की सैंपल निगेटिव आने के बाद भी उन्हें घर जाने की इजाजत नहीं मिली, जिससे नाराज कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी.
इसके बाद से दोबारा भी सभी स्टाफ की सैंपलिंग कराई गई. हर बार सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव पाए जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा. आज सभी को क्वारंटाइन किए 18 दिन हो गए. अस्पताल में कई महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों के साथ हैं. स्टाफ का कहना है कि क्वारंटाइन किए जाने से सभी के परिजन परेशान हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके चलते नाराज लोगों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी. आरोप है कि जब जांच में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है, तो सभी को घर जाने दिया जाए.