आगराः जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में पुलिस अभिरक्षा से फरार गैंगस्टर और उसके साथियों का 24 घंटे बाद भी पुलिस पता नहीं लगा सकी है. वहीं, पुलिस की छानबीन में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि हेड कांस्टेबल ने गैंगस्टर के साथी से सिर में खुद प्रहार कराया था. इतना ही नहीं सिपाही ने गैंगस्टर के साथियों से सोनू नामक युवक के मोबाइल से बात भी कराई थी. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस मामले में हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह और मुंशी अनुराग के खिलाफ आईपीसी की धारा 223 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. इसके साथ ही पुलिस की टीमें लगातार फरार गैंगस्टर और उसके साथियों की तलाश में लगी हुई हैं.
आगरा दिवानी परिसर में बुधवार को दिन दहाड़े पुलिसकर्मी के सिर पर ईंट से प्रहार कर गैंगस्टर विनय को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने से आगरा से राजधानी लखनऊ तक पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया है. इस मामले में दीवानी चौकी प्रभारी अंकुश धामा ने न्यू आगरा थाने में गैंगस्टर विनय के भागने का मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें गैंगस्टर विनय, उसके साथी सोनू, छोटू पिन्टा, राहुल, हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह, मुंशी अनुराग राणा और रवि को आरोपी बनाया गया है. एसएसपी प्रभाकर चौधरी खुद इस केस की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
गैंगस्टर विनय के पुलिस अभिरक्षा से फरार कराने के मामले में हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप और मोबाइल लूट की सूचना देने वाले संदिग्ध सोनू लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे थे. लेकिन, जब पुलिस अधिकारियों ने कड़ाई से हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह और संदिग्ध सोनू से पूछताछ की तो इस पूरे घटनाक्रम की कड़ियां खुलती चली गई.
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह गैंगस्टर विनय को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रहा था. इसके बाद गैंगस्टर विनय का साथी सोनू दीवानी में मिला. उसने गैंगस्टर विनय की उसके दूसरे साथियों से मोबाइल पर बातचीत कराई. इसके बाद गैंगस्टर को फरार कराने का षड्यंत्र रचा गया. इसमें हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह की भूमिका सबसे अहम है. जब गैंगस्टर अपने साथियों के साथ दीवानी से चला गया तो हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह ने सोनू से अपने सिर में ईंट से प्रहार कराया. जिससे यह लगे कि गैंगस्टर को उसके साथी हमला करके छुड़ाकर ले गए हैं. पुलिस की छानबीन में यह भी सामने आया है कि गैंगस्टर विनय लगातार अपने साथियों के संपर्क में था. उसे पहले से ही उसको पुलिस अभिरक्षा से फरार कराने की योजना चल रही थी. जिसे बुधवार को दीवानी परिसर में अंजाम दिया गया.
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