आगराः पहाड़ों की बर्फबारी से मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर चल रही है. इसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है. आगरा की बात करें तो यहां न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंच गया है. ताजनगरी में इस कड़ाके की सर्दी में भी जिला महिला अस्पताल में सर्दी से बचाव के पर्यात इंतजाम नहीं हैं. ऐसे में गर्भवती और नवजात शिशु ठिठुर रहे हैं. अस्पताल में ठंड से बचाव के लिए सिर्फ एक कंबल दिया जा रहा है. ज्यादा की जरूरत है तो घर से मंगाना पड़ रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने जब जिला महिला अस्पताल का जायजा लिया तो वार्ड में एक बेड पर हीटर चल रहा था. बाकी की गर्भवती घर से लाए कंबल और रजाई ओढ़े हुए थीं. जब तीमारदारों से बात की तो उन्होंने बताया कि हीटर खरीद कर लाए हैं. सर्दी से बचने के लिए घर से कंबल और रजाई भी लानी पड़ी.
तीमारदार विजय ने बताया कि बेटी पैदा हुई है. पत्नी और नवजात बेटी भर्ती हैं. यहां से एक कंबल मिला है. सर्दी अधिक है. इसलिए, घर से कंबल भी लाए हैं. बेटी और पत्नी के लिए हीटर भी खरीदकर लाए हैं. तीमारदार शिब्बू ने बताया कि बेटा हुआ है. पत्नी और बेटा दोनों स्वास्थ्य हैं. सर्दी से बचाव के लिए घर से कंबल और रजाई लेकर आए हैं. तीमारदार निखिल सिंघल ने बताया कि भाभी के बेटी हुई है. सर्दी के बचाव के लिए कंबल घर से लाए हैं. तीमारदार दीपक ने बताया कि, बेटा हुआ है. पत्नी और नवजात शिशु के लिए कंबल व रजाई लेकर आए हैं. यहां से एक कंबल मिला है. तीमारदार गुलफ्सा ने बताया कि भतीजी के बेटा हुआ है. यहां आए तो एक ही कंबल मिला है. ऐसे में जच्चा और बच्चा को ठंड से बचाने के लिए कंबल घर से लेकर आए हैं.