साल-ए-कोरोना: 365 दिन में 360 डिग्री घूमी जिंदगी, ताजनगरी ने यूं जीती जंग - One year of Corona in Agra
आगरा में कोरोना संक्रमण का एक साल पूरा हो गया है. मार्च 2020 में पहली बार कोरोना के मरीज मिले थे. यह विदेश से लौटा एक परिवार था. इसके बाद संक्रमण की कई चेन बनीं और बीमारी फैलती चली गई. एक साल पूरा हो जाने पर ताजनगरी के लिए सबसे बड़ी राहत यह है कि पिछले तीन महीनों में कोई नई चेन नहीं बनी है.
स्पेशल रिपोर्ट.
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Published : Mar 12, 2021, 8:38 AM IST
आगरा:दुनिया में कहर बरपाने वाला कोरोना संक्रमण ने आगरा में बाया इटली दस्तक दी थी. इटली से लौटे शूज कारोबारी का परिवार जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. 3 मार्च को सभी के सैंपल की रिपोर्ट आई तो कोरोना की पुष्टि होने से खलबली मच गई. स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था. इसके बाद पूरा एक साल कोरोना संक्रमण की वजह से डरते संभलते निकल गया. लॉकडाउन का दौर भी लोगों ने देखा. ताजनगरी में कोरोना सैकड़ों जिंदगियां निगल गया. बीते 365 दिन में कैसे लोगों की जिंदगी का पहिया 360 डिग्री पर घूम गया. इस पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट देखिए.
स्पेशल रिपोर्ट.
आगरा में अप्रैल और मई-2020 में कोरोना संक्रमण से हालात बेकाबू हो गए. जहां एक और निजी हॉस्पिटल चेक कोरोना संक्रमण आगरा के अलावा आसपास के जिलों तक पहुंच गया था. संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी खूब बढ़ रहा था. हालात बेकाबू हो गए थे.
टीमवर्क से मिली कामियाबी सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि आगरा में संक्रमितों की संख्या और मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ रहा था. आगरा के कोरोना संक्रमण लेकर जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग नगर निगम पुलिस और अन्य विभागों ने टीमवर्क से काम किया. नई रणनीति बनाई गई. सैंपलिंग बढ़ाई गई. कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान दिया गया. संदिग्ध और संक्रमित को क्वारंटाइन किया गया. लोगों को होम क्वारंटाइन के साथ ही जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भी भर्ती कराया गया. इसके बाद धीरे-धीरे जुलाई 2020 तक हालात काबू में होते गए. फिर, उसके बाद कोरोना की दर नियंत्रित हुई है. मंगलवार को जिले में एक भी कोरोना का संक्रमित नहीं मिल रहा है.
सीएम के भेजे दूत भी आए आगरा के कोरोना संक्रमण को लेकर सीएम योगी भी बेहद गंभीर और सख्त नजर आए. सीएम ने हालातों को काबू पाने के लिए नोडल अधिकारियों को लखनऊ से भेजा. इसके बाद आगरा में नोडल अधिकारी, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग पुलिस और अन्य महकमों की बैठक हुई. जिसमें नई रणनीति बनी. फिर कोरोना संक्रमण की दर में कमी आई. इसके बाद देशभर में सीएम योगी के साथ पीएम मोदी भी कई मंच पर आगरा के मॉडल की सराहना की.
तीन मार्च को दहशत की दस्तक आगरा में कोरोना की दस्तक बाया इटली हुई थी. मास्टर प्लान रोड खंदारी निवासी जूता कारोबारी अमित कपूर और उनके भाई अपने परिवार के साथ इटली घूमने गए थे. जब वे लौटकर आए तो उनकी तबीयत खराब हुई. इस पर 2 मार्च-2020 को सभी के जिला अस्पताल में सैंपल लिए गए. 3 मार्च को एक साथ एक ही परिवार के 5 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. सभी संक्रमित को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां वह 14 से 17 दिन तक भर्ती रहे. उसके बाद ठीक होकर घर लौटे.
आगरा में हुई थी पहली महामारी एक्ट में एफआईआर आगरा कैंट के रेलवे के अधिकारी की बेटी शादी के बाद पति के साथ इटली घूमने गई थी. जहां से लौटने पर उसका पति संक्रमित हो गया. जो अस्पताल में भर्ती हुआ. मगर, युवती अपने पति के पास से मायके आगरा कैंट आ गई. यहां जब पता चला तो स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पहुंची. लेकिन, परिजनों ने इंकार कर दिया. रेलवे अधिकारियों के सहयोग से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने युवती को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. प्रदेश में पहला महामारी एक्ट का मुकदमा युवती और उसके पिता के खिलाफ सदर थाने में दर्ज कराया गया था.
पहली संक्रमित की मौत, अब तक 174 जिंदगी निगली आगरा में अब तक कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 174 पहुंच गया है. आगरा में कोरोना संक्रमित की पहली मौत 8 अप्रैल-2020 को हुई थी. कमला नगर निवासी बुजुर्ग महिला का को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी मौत हो गई थी. बुजुर्ग महिला की जांच में उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. वह नीदरलैंड से लौटकर आए नाती के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित हुई थी.
कोरोना का प्रोटोकोल फॉलो, वैक्शीनेशन पर जोर आगरा जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एसके वर्मा का कहना है कि अभी भी कोरोना का प्रोटोकोल फॉलो किया जा रहा है. मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंस पर भी जोर है. इसके साथ ही जनता से अपील है कि, वे कोरोना की वैक्सीन जरूर लगाए हैं. कोई भी भ्रम नहीं पा लें. सीएमओ डॉ आरसी शर्मा का कहना है कि, कोरोना की वैक्सीन अब निजी अस्पतालों में भी लगाई जा रही है. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन निशुल्क है. अभी जो लोग 60 साल से अधिक उम्र वाले हैं. 45 साल से ऊपर वाले कोमार्विड लोगों के वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सीन सुरक्षित है. वैक्शीनेशन पर जोर है.
वैक्शीनेशन को आगे आएं लोग सीनियर सिटीजन ने बताया कि वैक्सीन सभी को लगवानी चाहिए. पीएम मोदी ने जब वैक्सीन लगवाई तो मैं भी वैक्सीन लगवाने के लिए आया हूं. पीएम मोदी का एक पत्र नहीं मुझे मिला है. जिसमें उन्होंने वैक्सीन लगवाने की अपील की है. वैक्सीन को सुरक्षित बताया है. यह वैक्सीन हमारे वैज्ञानिकों ने बड़े ही रिसर्च के बाद इजाद की है. हमें इसे लगवाना चाहिए. तभी हम कोरोना से जंग जीत सकते हैं.
यूं मिली जीत
कांटेक्ट ट्रेसिंग
माइक्रो कंटेनमेंट जोन
होम क्वारंटाइन
होम आईसोलेशन
टीम वर्क एक नजर आगरा के कोरोना संक्रमण पर
माह
संक्रमित
सैंपल की संख्या
संक्रमित की मौत
फरवरी-2020
00
05
00
मार्च-2020
12
792
00
अप्रैल-2020
537
5738
32
मई-2020
340
6809
26
जून-2020
338
9412
25
जुलाई-2020
577
28008
15
अगस्त-2020
1097
66797
10
सितंबर-2020
2859
71,754
24
अक्टूबर-2020
1473
76395
14
नवंबर-2020
1998
83,333
19
दिसंबर-2020
1005
85,743
05
जनवरी-2021
248
58,702
02
फरवरी-2021
54
56,711
02
आयु
संक्रमितों की संख्या
संक्रमित मृतक
0-20
858
09
21-40
4367
18
41-60
3557
68
61 से ऊपर
1748
79
अहम आंकड़े
5,79,553 सैंपल की जांच लिए गए कोरोना की जांच के लिए.