आगरा: ताजनगरी पुलिस ने एक बच्चा चोर गैंग को पकड़ा है, जो बच्चा चोरी कर मोटे दामों पर बेचा करते हैं. इसी गैंग ने 6 जून को शास्त्रीपुरम की निर्माणाधीन इमारत से 6 माह के आरव को अगवा किया था, जिसे पुलिस ने पूरे 18 दिन बाद सही-सलामत खोज निकाला है. इस बच्चा चोर गैंग को पति-पत्नी संचालित कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दरअसल, पुलिस के मुताबिक 6 जून को अनिल और पूजा एक्टिवा से शास्त्रीपुरम पहुंचे थे. वहां उन्होंने आरव के बड़े भाई को टॉफी का लालच दिया था. उसी दौरान बड़े भाई की गोद से उन्होंने 6 माह के आरव को अगवा कर लिया, जिसके बाद आरव के परिजनों ने मामले की शिकायत सिकंदरा थाना में लिखवाई. इसके बाद आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई. इसी दौरान थाना प्रभारी आनंद कुमार शाही ने क्षेत्र के 100 से अधिक सीसीटीवी की पड़ताल की थी, जिसमे एक्टिवा सवार कैद भी हुए थे. उनकी अंतिम लोकेशन मथुरा के पास ट्रेस हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने मुखबिर और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सहित स्वाट टीम की सहायता से अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और आरव को उसके परिजनों को सौंप दिया.
जानकारी देते हुए एसएसपी सुधीर कुमार सिंह यह भी पढ़ें-चीफ सेक्रेटरी ने की महाकुम्भ 2025 की तैयारियों की समीक्षा, दिये निर्देश
इस मामले में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि अनिल और पत्नी पूजा ने आरव को कासगंज की अपने एक रिश्तेदारों को बेचा था. दोनों आरोपियों ने इस काम में एक युवक का साथ भी लिया था, जिसे आरव का पिता बताया गया था. पुलिस पूछताछ में आरोपी अनिल और पत्नी पूजा ने बताया कि इसके बाद उनका प्लान दूसरे बच्चे के अपरहरण करने का था, जिसका सौदा 1.50 लाख में कर रखा था.
एसएसपी के मुताबिक आरोपी अनिल को जगदीशपुरा पुलिस पहले भी चोरी और एक अन्य मामले में जेल की हवा खिलवा चुकी है. लेकिन इसके बाबजूद अनिल और उसकी सहित पत्नी पूजा ने बच्चा चोर गैंग का ताना-बाना बुना. बहरहाल पुलिस ने अपहरणकर्ताओं सहित बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाली महिला को जेल भेजा है. जबकि फरार अज्ञात तथाकथित आरव के पिता की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. वहीं, आरव के मिलने से उसके माता-पिता के चेहरे खिल उठे हैं. उन्होंने पुलिस का धन्यवाद अदा किया है.
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