आगरा :हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास संस्थापन (एडीआरडीई) भारत की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयोग कर रहा है. आगरा के एडीआरडीई ने भारतीय वायु सेना के बाद अब नौसोना की ताकत बढ़ाई है. पहली बार वैज्ञानिकों ने सर्वाइवल एंड रेस्क्यू किट और पैराशूट सार्क तैयार किया है. इससे समुद्र में जहाज के डूबने की स्थिति में जवान इस किट से खुद को सुरक्षित कर सकेंगे. एडीआरडीई ने यह सार्क किट एक छोटी नाव के आकार में बनाई है. इसका बीते 15 अगस्त को नौसेना ने अरब सागर में परीक्षण किया. इसमें यह सफल भी रहा. इस विशेष किट में एक बार में 8 से 10 लोग बैठ सकते हैं.
44 सेकेंड का वीडियो किया शेयर :बता दें कि, आगरा में एडीआरडीई की ओर से भारतीय वायुसेना, थल सेना के लिए उपकरण बनाए जा रहे हैं. वैज्ञानिक नई तकनीकि से उपकरण बना रहे हैं. एडीआरडीए ने नौसेना के लिए सार्क किट तैयार की है. इसे एडीआरडीई के वैज्ञानिकों की टीम ने दो साल की मेहनत के बाद विकसित की है. यह बेहद कारगर है. इसका 44 सेकेंड का वीडियो भी पश्चिमी नौसेना कमान ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इसमें बताया गया है कि, 15 अगस्त को इस किट का पी.8आई विमान से अरब सागर में परीक्षण किया गया है.
ये है किट की खासियत :एडीआरडीई के वैज्ञानिकों के मुताबिक, विशेष किट की खासियत यह है कि यह स्वदेशी है. किसी भी विमान से डूबते जहाज के पास इसे उतारा जा सकता है. इसलिए, इसमें एक पैराशूट भी लगाया गया है. यहा अत्याधुनिक है. विमान से फेंके जाने के लगभग 30 सेकेंड बाद पैराशूट हवा में अपने आप खुल जाएगा. सार्क किट को समुद्र तल की ऊंचाई से 2000 फीट और 400 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार से रिलीज किया जा सकता है.