आगरा:सिकंदरा थाना क्षेत्र की एक किशोरी के साथ दरिंदगी और हत्या के प्रयास में पुलिस ने शुक्रवार देर रात किशोरी का दोस्त गिरफ्तार कर लिया. आरोपी बाइक से अपने एक दोस्त के साथ किशोरी से मिलने आया था. आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया लेकिन, दुष्कर्म की बात कबूल नहीं कर रहा है. आरोपी भी उसी कॉलेज में पढ़ता है, जिसमें किशोरी पढ़ती है. इसलिए, दोनों की दोस्ती थी. लंबे समय से दोनों में फोन पर भी बात हो रही थी. आरोपी ने खुलासा किया कि किशोरी को मरा समझकर किशोरी को घसीटकर घने जंगल में ले गया था. फिर, मौके से दोस्त के साथ फरार हो गया था. वहीं, शनिवार दोपहर दूसरा आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त डावली (किरावली) निवासी 21 वर्षीय गणेश है. उसका दोस्त संतोष शनिवार दोपहर को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में आरोपी गणेश ने बताया कि दोस्त संतोष के साथ बाइक से आगरा आया था. उसकी मोबाइल पर किशोरी से बातचीत हुई थी. उसने इसके प्रमाण भी पुलिस को दिए हैं. गांव के पास ही किशोरी से मिला और उसे रुनकता लेकर गया. वहां एक रेस्टोरेंट में चाय नाश्ता किया. इसके बाद किशोरी को गांव के बाहर छोड़ा तो उसने घर जाने से इनकार कर दिया, जिससे वह घबरा गया. उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. गुस्से में किशोरी का सिर पेड़ से मार दिया. इससे वो जमीन पर गिर पड़ी. उसे लगा कि अब वो फंस जाएगा. इसलिए, सबसे पहले किशेारी का गला दबाया. उसके बाद ईंट से किशोरी के सिर पर प्रहार किया. जब उसे लगा कि किशोरी मर चुकी है तो उसे छोड़कर भाग गया. उसे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि किशोरी बच जाएगी.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित गणेश की रिश्तेदारी भी किशोरी के गांव में है. इसके साथ ही आरोपी और किशोरी सिकंदरा क्षेत्र के एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं. किशोरी ने इस साल दसवीं की परीक्षा दी है तो आरोपित इंटरमीडिएट का छात्र है. इसलिए, आरोपी और किशोरी की दोस्ती थी.
बता दें कि जब जंगल में किशोरी लहुलुहान हालत में मिली तो खलबली मच गई थी. पुलिस ने बेहोशी की हालत में किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया था. जब किशोरी को होश आया तो उसने आरोपी के बारे में परिजनों को बुलाया था. इस पर परिजनों ने आरोपी गणेश से संपर्क किया तो बेफ्रिक होकर उनके पास आ गया था, जिससे उस पर किसी को शक न हो. किशोरी के परिजन ने ही आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा था. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह घर जाकर रात को सो गया था.