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मणप्पुरम गोल्ड लोन लूटकांड : 20 दिन रेकी और फिर लूट की सबसे बड़ी वारदात को दिया अंजाम

आगरा के मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस की शाखा में हथियारों के दम पर फिरोजाबाद के गैंग ने डाका डाला था. बदमाशों ने 19 किलो सोने के आभूषण सहित 6 लाख की नगदी साथ ले गए थे. 20 दिन रेकी करने के बाद बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था.

मणप्पुरम गोल्ड लोन लूटकांडः
मणप्पुरम गोल्ड लोन लूटकांडः

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Published : Jul 19, 2021, 1:14 AM IST

आगराःइस साल प्रदेश की सबसे बड़ी डकैती का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया है. आगरा के कमला नगर क्षेत्र स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस की शाखा में हथियारों के दम पर बीते शनिवार को फिरोजाबाद के गैंग ने डाका डाला था. वहीं, वारदात के 3 घंटे बाद ही पुलिस एनकाउंटर में 2 बदमाश ढेर हो गए थे. एसएसपी मुनिराज ने बताया कि फिरोजाबाबाद के एक गैंग ने 20 दिन रेकी करने के बाद कमला नगर में स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस शाखा को अपना निशाना बनाया था.

कुख्यात बदमाश कर्मचारियों को गनपॉइंट पर रख कर 19 किलो सोने के आभूषण सहित 6 लाख की नगदी साथ ले गए थे. पूरी घटना को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया था. जिसके बाद बदमाश डकैती के माल को बैग में भर कर आसानी से पैदल मौके से फरार हो गए थे.

मणप्पुरम गोल्ड लोन लूटकांडः

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मणप्पुरम फाइनेंस में डकैती की वारदात होने के बाद पुलिस के सामने एक बड़ा चैलेंज खड़ा हो गया था. बदमाश दिनदहाड़े पुलिस की नाक के नीचे से करोड़ों का सोना लेकर आसानी से पीठ पर बैग टांगे घटनास्थल से फरार हो गए थे. सोने के आभूषणों के पैकेट में जीपीआरएस चिप लगे होने के कारण पुलिस को बदमाशों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त हुई. एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे और उनके अधीनस्थों के नेतृत्व में पुलिस ने सफलता हासिल की. एडीजी जॉन राजीव कृष्णा ओर आईजी रेंज नवीन अरोरा पूरे मामले पर निगाह बनाए हुए थे. एसएसपी मुनिराज ने तत्काल सर्किल अधिकारियों की टीम गठित कर कार्यवाही शुरू की. पुलिस बदमाशों का पीछा करते-करते एत्मादपुर तक पहुंच गई. बदमाश अपनी मोटरसाइकिल से फिरोजाबद जाने की फिराक में थे. पुलिस ने दोनों बदमाशों को ट्रैक करते हुए एत्मादपुर कस्बे के एक केमिस्ट की दुकान तक पहुंच गई. जहां बदमाश पुलिस से बचने के लिए पूरे एक घंटे तक मौजूद रहे, लेकिन सर्विलांस टीम ने पुलिस को बदमाशों के सामने लाकर खड़ा कर दिया.


एसपी सिटी ओर इंस्पेक्टर पर किया था फायर

पुलिस को देखकर बदमाश मनीष पांडे ओर निर्दोष प्रजापति तक पहुंची तो उन्होंने एक इंस्पेक्टर पर फायर झोंक दिया. जिसमें एसपी सिटी और इंस्पेक्टर बाल-बाल बचे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी मनीष पांडे ओर निर्दोष प्रजापति ढेर हो गए. उनके पास से पुलिस को दो बैग बरामद हुए थे, जिसमें सात किलो सोने के आभूषण के पैकेट, पिस्टल, कारतूस, कपड़े सहित एक लाख 62 हजार की नगदी बरामद हुई थी. पुलिस ने मौके पर मणप्पुरम फाइनेंस शाखा के प्रबंधक विजय नरवालिया को बुला कर बरामद समान की तस्दीक करायी तो बरामद सोने के आभूषण मणप्पुरम फाइनेंस के ही निकले.

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20 दिन पहले शहर में बदमाशों ने डाला था डेरा

एसएसपी मुनिराज ने बताया कि मणप्पुरम फाइनेंस में डकैती को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने 20 दिन पहले आगरा में डेरा डाल लिया था. गैंग का मुख्य सरगना मनीष पांडे और उसके पांच साथी 28 जून को कमला नगर स्थित मणप्पुरम फाइनेंस रैकी करने गए थे. इस बात का खुलासा फाइनेंस कंपनी के सीसीटीवी फुटेज से हुआ है. वारदात वाले दिन भी सभी आरोपी सीसीटीवी कैमरा में कैद हुए थे, जिससे पुलिस की मुश्किलें काफी हद तक आसान हुई थी.

नरेंद्र उर्फ लाला की पुलिस को सरगर्मी से तलाश

एसएसपी मुनिराज ने बताया कि एनकाउंटर में मारे गए मनीष पांडे के बाद सबसे बड़ा मास्टरमाइंड नरेंद्र उर्फ लाला उर्फ अनिल है. वह फिरोजाबाद के एक थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. उसने जिला फिरोजाबाद तथा प्रदेश के अन्य जिलों में बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है. उसका पूरा परिवार क्रिमिनल प्रवृत्ति का है. लाला के दो भाइयों का पुलिस पहले ही एनकाउंटर कर चुकी है. लाला की बहन एक शार्प शूटर है, जो हत्या के मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा काट रही है. नरेंद्र उर्फ लाला के अन्य भाई अन्य आपराधिक मुकदमो में वांछित है. कुख्यात नरेंद्र उर्फ लाला नौजवानों को अपराध की दुनिया में लाने के लिए भी मशहूर है. उसकी हर वारदात में पढ़े-लिखे नए नौजवान शामिल होते हैं. इस वारदात में भी एनकाउंटर में मारा गया फिरोजाबाद का रहने वाला निर्दोष प्रजापति एक शू डिजाइनर था, जो नोएडा रहता था. निर्दोष एक पढ़े लिखे परिवार से ताल्लुकात रखता है, उसका छोटा भाई भी दिल्ली से डिप्लोमा कर रहा है.

वारदात में शामिल अन्य 3 और बदमाशों का नहीं लगा सुराग

लूट में कुख्यात नरेंद्र उर्फ लाला के अलावा तीन अन्य बदमाश भी शामिल थे. पुलिस को अब तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है. एनकाउंटर में मारे गए मनीष पांडेय ओर निर्दोष प्रजापति के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है. वहीं फरार अन्य तीन अज्ञात बदमाशों की खोज के लिए एसएसपी मुनिराज ने छह टीमों का गठन किया है. इसके साथ ही नरेंद्र उर्फ लाला अब पुलिस का प्राइम सस्पेक्ट है.

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