लखनऊ :विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक वर्ग के चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को शुरू हो चुकी है. संगठन में बदलाव को लेकर भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि "आंशिक बदलाव किए जाएंगे." जबकि प्रयागराज से विधायक और पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि "बैठक बहुत महत्वपूर्ण है. हम सब को आगे की रणनीति बताई जाएगी. जिसके आधार पर इस चुनाव की रणनीति तय होगी और हम आगे काम करके चुनाव में जीत हासिल करेंगे."
Legislative council elections in UP : एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा की बैठक शुरू, बनेगी रणनीति
शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के लिए विधान परिषद का चुनाव (Legislative council elections in UP ) में जीत के लिए भाजपा ( BJPs strategy in Legislative Council elections) कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है. चुनाव के बाबत रणनीति के लिए भारतीय जनता पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह की मौजूदगी में प्रदेश मुख्यालय पर चल रही है.
माना जा रहा है कि इस बैठक में विधान परिषद चुनाव को लेकर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. जिनके जरिए सभी महत्वपूर्ण सीटों पर भाजपा को जीत हासिल करने लक्ष्य सुनिश्चित किया जाएगा. इस बैठक में विधान परिषद में स्नातक और शिक्षक क्षेत्र के चुनाव को लेकर किस तरह से जमीन पर उतरना है और कैसे कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को जोड़ना है इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी. शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के लिए विधान परिषद का चुनाव 30 जनवरी को आयोजित किया जाना है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देश पर पार्टी ने बरेली मुरादाबाद खंड स्नातक क्षेत्र से जय पाल सिंह, कानपुर उन्नाव स्नातक क्षेत्र से अरुण पाठक, गोरखपुर फैजाबाद स्नातक खंड क्षेत्र से देवेंद्र प्रताप सिंह, कानपुर उन्नाव शिक्षक क्षेत्र से वेणु रंजन भदौरिया और झांसी प्रयाग राज शिक्षक स्नातक क्षेत्र से डॉ. बाबू लाल तिवारी को विधान परिषद के चुनाव में प्रत्याशी घोषित किया है. भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बैठक में स्नातक व शिक्षक क्षेत्र के वोटरों को किस तरह से भारतीय जनता पार्टी से जोड़ना है इस पर विचार विमर्श किया जाएगा. पदाधिकारियों संयोजकों और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को बताया जाएगा कि वह किस तरह से किस चुनाव की तैयारी में जुटें.
समाजवादी पार्टी को नहीं देना चाहते नेता प्रतिपक्ष का पद : भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं देना चाहती है. अगर समाजवादी पार्टी ने शिक्षक और स्नातक के कुल विधायकों में से एक भी सीट पर जीत हासिल कर ली तो उसको यह पद मिल जाएगा. इसलिए भारतीय जनता पार्टी सभी सीटों पर जीत दर्ज करके समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका देना चाहती है. आगामी बजट सत्र में भारतीय जनता पार्टी की अब तक की सबसे बड़ी ताकत के साथ विधान परिषद में उतरना चाहती है. ऐसे में भाजपा के लिए यह चुनाव और भी अधिक महत्वपूर्ण हो चुके हैं. इसलिए पदाधिकारियों की बैठक बहुत महत्वपूर्ण होगी.