वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बसपा गठबंधन की तरफ से प्रत्याशियों को लेकर सोमवार को बनारस में पेंच फंस गया है. भले ही समाजवादी पार्टी की तरफ से ट्वीट कर यह जानकारी दी गई हो कि बनारस से बर्खास्त जवान तेज बहादुर को टिकट दिया गया है, लेकिन पूर्व में घोषित प्रत्याशी शालिनी यादव ने भी सोमवार को ही वाराणसी से नामांकन दाखिल कर दिया.
शालिनी यादव ने कहा, मैं ही हूं सपा की अधिकृत प्रत्याशी - shalini yadav condidate of sp varanasi
लोकसभा चुनाव 2019 में बनारस संसदीय सीट पर नामांकन के अंतिम दिन बड़ा उलटफेर हुआ है. अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव भारी जुलूस के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन करने पहुंचीं तो वहां सपा के दूसरे बड़े गुट के नेता के साथ तेज बहादुर यादव भी पहुंचे और सपा के सिंबल पर पहले ही नामांकन कर दिया. शालिनी यादव ने भी सपा के ही सिंबल पर अपना पर्चा दाखिल किया. मीडिया से बात करते हुए शालिनी यादव ने तेज बहादुर को टिकट दिए जाने की बात का खंडन किया.
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सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तेज बहादुर के टिकट दिए जाने की बात समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने बताई है. वहीं शालिनी यादव ने इस बात का खंडन कर दिया है कि वह वाराणसी से सपा के प्रत्याशी नहीं है. उनका कहना है मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह साफ कहा है कि आप जाकर नामांकन कीजिए, तो मैनें नामांकन किया है जो उनका निर्देश होगा मैं उसका पालन करूंगी.
कौन हैं शालिनी यादव
शालिनी यादव कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधु हैं. वह वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं. शालिनी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस को छोड़ सपा में शामिल हुई थीं और पार्टी में शामिल होने के साथ ही उनका टिकट फाइनल हो गया था.