वाराणसी: सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और बाबा विश्वनाथ के धाम में भक्तों की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. इन सबके बीच बाबा विश्वनाथ के दाम में आने वाले भक्तों की संख्या हिंदीभाषी से ज्यादा गैर हिंदी भाषी देखने को मिल रही है. दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल उड़ीसा और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु लगातार विश्वनाथ धाम पहुंच रहे हैं. यही वजह है कि इनको हिंदी भाषा पूरी तरह न आने की वजह से विश्वनाथ धाम में कई बार परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.
बाबा विश्वनाथ धाम में गैर हिंदी भाषियों के लिए स्थापित किए जाएंगे हेल्प डेस्क - धर्म स्थलों पर कोआर्डिनेशन डेस्क
बाबा विश्वनाथ धाम में गैर हिंदी भाषियों के लिए दूसरे राज्यों के साथ मिलकर भक्तों के लिए हर राज्य का हेल्पडेस्क खोला जाएगा.
इसके लिए विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने दूसरे राज्यों में मौजूद बड़े मंदिरों के प्रबंधन और राज्य सरकारों के साथ मिलकर कोआर्डिनेशन डेस्क (राज्य हेल्प डेस्क) तैयार करने की प्लानिंग की है. राज्य हेल्प डेस्क जरिए अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को यहां और यहां से अन्य राज्यों में जाने वाले श्रद्धालुओं को मदद मिल सकेगी.
मंदिर प्रशासन की इस पहल से दर्शनार्थी भी काफी खुश हैं. उनका कहना है कि अगर इस तरह की सुविधा शुरू होती है तो निश्चित तौर पर श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत होगी. क्योंकि कई बार मंदिर के अंदर तबीयत खराब होने से लेकर पानी की जरूरत तक के लिए हिंदी भाषा न आने के कारण परेशानी उठानी पड़ती है.
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