वाराणसी: देशभर में PFI के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद 5 साल तक इस संगठन पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर राजनीति जारी है. विपक्ष लगातार हमलावर है और अन्य संगठनों समेत RSS पर भी बैन की मांग कर रहा है. इन सबके बीच पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम से संचालित होने वाले संगठन से जुड़े 2 लोगों की गिरफ्तारी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से भी की गई है. इनका नाम मोहम्मद शाहिद और रिजवान अहमद है.
इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद इनको 55 घंटे की पुलिस कस्टडी में रखा गया. उसके बाद गुरुवार की शाम दोनों को जेल वापस भेज दिया गया. 55 घंटों में पूछताछ के दौरान दोनों से कई राज बताए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को हमेशा से ही अति संवेदनशील शहरों की श्रेणी में रखा जाता है और यहां पर वीआईपी मूवमेंट भी लगातार बना रहता है. इसी वजह से दोनों की एक्टिविटी बनारस के अलग-अलग क्षेत्रों में धीरे-धीरे फैल रही थी. दोनों आरोपी जैसे कि बनारस में स्लो पॉइजन की तर्ज पर धीरे-धीरे लोगों के बीच जहर घोलने का काम कर रहे थे.
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रिजवान के घर से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है. इसमें पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई बड़े नेताओं के नंबर भी मिले हैं. यह डायरेक्ट उनके संपर्क में था और अपने साथी मोहम्मद शाहिद के साथ मिलकर उनकी तरफ से दिए जा रहे निर्देशों का पालन करता था.