वाराणसी: पूर्व मध्य रेलवे का पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन अब सौर ऊर्जा से रोशन होगा. खास बात यह है कि सौर ऊर्जा प्लांट लगाने में रेलवे का एक रुपये भी खर्च नही होगा. रेलवे ने सोलर प्लांट के लिए एक निजी कंपनी से टाईअप किया है. जिसके तहत कंपनी रेलवे की बिल्डिंग की छत पर सोलर प्लेट्स लगाएगी. सोलर प्लांट से मिलने वाली बिजली राज्य सरकार से मिलने वाली बिजली की कीमत से लगभग 40 फीसदी सस्ती होगी.
वाराणसी: सौर ऊर्जा से रोशन होगा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन
अब देश के रेलवे स्टेशन सौर ऊर्जा से रोशन होंगे. इसी क्रम में पूर्व मध्य रेलवे का पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन सौर ऊर्जा प्लांट लगाने वाला पहला स्टेशन होगा. रेलवे स्टेशन पर कुल 1.79 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाना है.
देश के रेलवे स्टेशन बिजली खर्च करने वाले नहीं बल्कि बिजली उत्पादन का केंद्र बनेंगे. इसके लिए रेलवे स्टेशन खाली पड़ी छतों और प्लेटफार्म पर लगे टीनशेड का इस्तेमाल सोलर प्लांट लगाने के लिए कर रहा है. निजी कंपनियों से टाईअप कर यह कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में पूर्व मध्य रेलवे के मुग़लसराय मंडल का पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पहला स्टेशन होगा जहां यह प्लांट लगेगा.
रेल मंडल के एडीआरएम एसके वर्मा ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर कुल 1.79 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाना है. मार्च माह के अंत तक एक मेगावाट की सप्लाई शुरू हो जाएगी वहीं शेष सप्लाई मई माह तक शुरू हो सकेगी. उन्होंने बताया कि इसमें मिलने वाली बिजली रेलवे स्टेशन की बिजली आपूर्ति करेगी साथ ही रेलवे कालोनियों के आवास भी सोलर ऊर्जा से रोशन होंगे. सोलर सिस्टम से मिलने वाली बिजली राज्य सरकार से प्राप्त बिजली के सापेक्ष लगभाग 40 फीसदी सस्ती होगी.