वाराणसी: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले वाराणसी पूरे विश्व में सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन बन गया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि विश्वनाथ कॉरिडोर जो पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. वह पूरा हो चुका है. शुक्रवार रात विश्वनाथ कॉरिडोर को वाराणसी प्रशासन को हैंड ओवर कर दिया जाएगा. कार्यदाई संस्था की तरफ से अब साफ सफाई व अन्य कार्यों को पूरा किया जा रहा है.
जानकारी देते वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ईटीवी भारत ने इस पूरे प्रोजेक्ट में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से खास बातचीत की. आने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा के साथ ही इस कॉरिडोर के बारे में उन्होंने विस्तार से ईटीवी भारत को जानकारी दी. वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इसके लिए वृहद आयोजन न सिर्फ काशी विश्वनाथ धाम में बल्कि पूरे शहर में किए जाएंगे.
पूरे शहर में लाइटिंग की व्यवस्था, साज सज्जा, सांस्कृतिक कार्यक्रम साफ-सफाई सबकुछ वाराणसी प्रशासन और नगर निगम मिलकर पूर्ण कर रहा है. नगर निगम की तरफ से साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. सांस्कृतिक विभाग की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है. पर्यटन विभाग के जरिए पूरे सड़कों पर बेहतरीन लाइटिंग की व्यवस्था सब व्यवस्थाएं कर दी गई हैं.
काशी विश्वनाथ धाम में फूलों की अन्य साज-सज्जा शिवार्चनम सांस्कृतिक कार्यक्रम और पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. हम लोग यह विश्वास दिलाते हैं कि 240 सालों के बाद जो ऐतिहासिक कार्य हो रहा है उसको अद्भुत बनाने के लिए हम पूरी कमर कस चुके हैं. यह कार्यक्रम दिव्य और भव्य होगा और सारे लोग जो काशी के और पूरे विश्व के लाखों-करोड़ों शिव भक्त हैं इस कार्यक्रम को याद रखेंगे. यह ऐतिहासिक कार्य हो रहा है, इसलिए इसे भव्य रूप देने के लिए 1 महीने का विस्तृत कार्यक्रम बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के घर सीएम योगी पहुंचे, 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद का किया ऐलान
वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि 17 दिसंबर को देश के अलग-अलग शहरों के मेयर्स की कॉन्फ्रेंस जितने भी एसएसजी समूह का सम्मेलन यहां पर ट्रेड फेयर, फूड फेस्टिवल, बुक फेस्टिवल, फिल्म फेस्टिवल, संगीत के जितने भी कलाकार है, जितने घराने हैं उनके कार्यक्रम कराए जाएंगे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की कैबिनेट बैठक भी यहां होनी प्रस्तावित है. रंगोली प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता व कई अन्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा, ताकि उत्सव का माहौल बना रहे और लोग काशी विश्वनाथ धाम से जुड़ सकें और इतने सालों के बाद जो यह कायाकल्प पूर्ण हुआ है. उसका हर कोई अपने स्तर पर सहभागी बन सके.
बनारस को सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं बीजेपी की राष्ट्रीय टीम ने भी बनारस के आयोजन को अपने शासित मुख्यमंत्रियों तक पहुंचाने के लिए 14 दिसंबर को बनारस में ही बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक भी रखी है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर में मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन नहीं होगा. उसके लिए बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप को चुना गया है. मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन 14 दिसंबर को बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप में ही किया जाएगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप