वाराणसी:प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस की 8 विधानसभा क्षेत्रों में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की जीत का आंकलन करें, तो कहा जा सकता है कि शायद 2024 में बीजेपी को और मेहनत करने की जरूरत पड़ेगी.
बनारस की इन सीटों में से अधिकांश पर बीजेपी को काफी संघर्ष करना पड़ा. ऐसा सिर्फ इसलिए कि सबसे महत्वपूर्ण दक्षिणी विधानसभा की सीट पर महज 10,000 वोट के अंतर से बीजेपी को जीत मिली. वहीं अजगरा विधानसभा में बीजेपी को 9,000 वोटों से जीत का स्वाद चखना पड़ा है. ऐसा सिर्फ इन 2 सीटों पर ही नहीं, बल्कि कुछ और सीटों पर भी जीत का अंतर 2017 के मुकाबले काफी कम हो गया है.
कैंट विधानसभा सीट में सौरभ श्रीवास्तव ने 86,677 वोटों से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी पूजा यादव को हराया. अगर 2017 के चुनावों की बात करें तो सौरभ श्रीवास्तव कि इस बार की जीत 2017 से भी बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि पिछली बार सौरभ श्रीवास्तव ने जहां 61,326 वोटों से जीत हासिल की थी तो वहीं इस बार अंतर उससे भी ज्यादा का है.
वहीं उत्तरी विधानसभा में रविंद्र जायसवाल ने इस बार जीत की हैट्रिक मारते हुए 38,376 वोटों से जीत हासिल की है, लेकिन यह अंतर पिछली बार के मुकाबले कम हुआ है. पिछले विधानसभा चुनावों में रविंद्र जायसवाल को 45,502 वोटों से जीत मिली थी. वहीं शहर दक्षिणी की सबसे हॉट सीट में नीलकंठ तिवारी ने 10,722 वोटों से जीत हासिल की है, जो पिछली बार विधानसभा चुनावों में 17226 अंतर से जीती गई थी.
इतना ही नहीं अजगरा विधानसभा में भी भारतीय जनता पार्टी ने पिछली बार अपने गठबंधन के सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और यहां पर बीजेपी को 21,349 वोटों से जीत मिली थी, लेकिन इस बार यह जीत का अंतर आधे से भी कम रह गया और बीजेपी के त्रिभुवन राम ने इस बार 9,352 वोटों से जीत हासिल की है. इसके अलावा सेवापुरी विधानसभा में पिछली बार अपना दल के चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले नील रतन सिंह पटेल ने इस बार 22,679 वोटों से जीत हासिल की, जबकि पिछली बार यह बड़ा अंतर था और 49,182 सीटों से नील रतन पटेल नीलू ने जीत हासिल की थी.
वहीं शिवपुर विधानसभा में अनिल राजभर ने 27,831 वोटों से जीत हासिल की है, जबकि पिछले चुनावों में इस जीत के अंतर का आंकड़ा 54,259 था. पिंडरा विधानसभा में भी डॉ. अवधेश सिंह इस बार 35,540 वोटों से जीते हैं, जबकि पिछली बार यह अंतर 36,849 वोटों का था. रोहनिया विधानसभा में जीत इस बार काफी बड़ी मानी जा रही है. पिछली बार यहां पर बीजेपी के विधायक सुरेंद्र सिंह ने 57,553 वोटों से जीत हासिल की थी और इस बार बीजेपी गठबंधन यानी अपना दल एस के प्रत्याशी डॉ. सुनील पटेल ने 46,601 वोटों से जीत हासिल की है. यानी सिर्फ कैंट विधानसभा को छोड़कर बाकी सात विधानसभा में बीजेपी के लिए जीत का अंतर कम होना 2024 के चुनावों में कहीं न कहीं से बीजेपी को कुछ नुकसान जरूर पहुंचा सकता है.
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2022 के विधानसभावार नतीजे
अजगरा विधानसभा
- त्रिभुवन राम- भारतीय जनता पार्टी- 101088
- रघुनाथ चौधरी- बहुजन समाज पार्टी- 42301
- सुनील सोनकर- सपा गठबंधन- 91928
वाराणसी कैंट
- सौरभ श्रीवास्तव- बीजेपी - 147833
- राजेश मिश्रा- कांग्रेस - 23860
- पूजा यादव- समाजवादी पार्टी - 60989
वाराणसी उत्तरी
- रविंद्र जायसवाल- भाजपा - 134471
- श्याम प्रकाश- बसपा - 10457
- अशफाक अहमद- सपा - 93695
वाराणसी दक्षिणी
- डॉ. नीलकंठ तिवारी- बीजेपी- 99622
- दिनेश कसौधन- बसपा - 1855
- कामेश्वर दीक्षित सपा - 88900
सेवापुरी
- नील रतन पटेल- बीजेपी - 105163
- अरविंद त्रिपाठी- बसपा - 24065
- सुरेंद्र सिंह पटेल- सपा - 82632
रोहनिया
- डॉ. सुनील पटेल- अपना दल-बीजेपी गठबंधन - 118663
- अरुण सिंह पटेल- बसपा - 26356
- अभय पटेल- अपना दल कमेरावादी सपा गठबंधन - 72191
पिंडरा
- अवधेश सिंह- बीजेपी - 84325
- बाबूलाल- बसपा - 48766
- अजय राय- कांग्रेस - 48248