वाराणसी : पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी ए. सतीश गणेश (Police Commissioner Commissionerate Varanasi A. Satish Ganesh) द्वारा चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ अभियान में सर्विलांस सेल, क्राइम ब्रांच और थाना चेतगंज की संयुक्त पुलिस टीम को अंतरराज्यीय जालसाज गैंग के 4 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने इनके कब्जे से एक करोड़ 87 लाख रुपये नकद बरामद किया है. इन चारों अभियुक्तों की पहचान पंकज भारद्वाज, रोहन खिची, तरुन गौतम और सचिन शर्मा के रूप में हुई है.
दरअसल, 20 अप्रैल 2022 को चेतगंज थाने में बेंगलुरु की एक रेशम कंपनी के मैनेजर अंकित शुक्ल ने दो करोड़ नकद ठगी का मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करके दोनों ठगों की तलाश कर रही थी. इसके लिए पुलिस की तीन टीमों को लगाया गया था. जालसाजी की इस चुनौतीपूर्ण घटना के खुलासे के लिए पुलिस आयुक्त वाराणसी ने प्रभारी सर्विलांस सेल, क्राइम ब्रांच और थाना चेतगंज की पुलिस को सम्मिलित कर तीन टीमें बनाकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. तीनों टीमों ने आपसी सुरागरसी, सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिर की सूचना के आधार पर घटना में शामिल अभियुक्तों को ट्रेस किया. इनकी लोकेशन दिल्ली और मुम्बई प्राप्त हुई.
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अभियुक्त ने पूछताछ में घटना के मास्टरमाइंड सचिन शर्मा के बारे में बताया. इसी के आधार पर दिल्ली में मौजूद पुलिस टीम ने दिनांक 28 अप्रैल को कौशांबी बस स्टैंड के समीप गाजियाबाद से गिरफ्तार किया. इनके कब्जे से जालसाजी कर हड़पी गई रकम 1.87 करोड़ रुपये बरामद की गई. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अभियुक्तों ने अभिषेक गोयल और यश मित्तल के नाम से फर्जी नाम और पता बता कर जीएसटी बचाने और इन्वेस्टमेंट कर भारी मुनाफा दिलाने के नाम लगभग 2 करोड़ की सौदेबाजी की.