वाराणसी: आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पूरे देश में तिरंगा उत्सव मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत आज वाराणसी में हिंदू-मुस्लिम समुदाय ने मिलकर तिरंगा यात्रा निकाला. यह तिरंगा यात्रा जहां काशी की तहजीब को बता रहा था तो वही मुंशी प्रेमचंद के आर्दशों को भी परिलक्षित कर रहा था. बड़ी बात यह हैं कि इस यात्रा में मुस्लिम महिलाओं ने पाकिस्तान में तिरँगा फहराने की मांग भी उठाई.
मुंशी प्रेम चंद्र के गांव की अनोखी तिरंगा यात्रा, हिन्दू-मुस्लिम ने मिलकर दिया संदेश
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पूरे देश में तिरंगा उत्सव मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत आज वाराणसी में हिंदू-मुस्लिम समुदाय ने मिलकर तिरंगा यात्रा निकाला. यह तिरंगा यात्रा जहां काशी की तहजीब को बता रहा था तो वही मुंशी प्रेमचंद के आर्दशों को भी परिलक्षित कर रहा था.
वाराणसी में मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही से मंगलवार को निकली तिरंगा यात्रा काफी चर्चा का विषय बनी रही. इस तिरंगा यात्रा में हिंदू - मुस्लिम बन्धु व बच्चों के बैंड पार्टी साथ निकली, जो आसपास के क्षेत्रों में भ्रमण करने के बाद लमही स्थित सुभाष भवन पहुंची. बड़ी बात यह रही कि इस तिरंगा यात्रा में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के दोनों लोग शामिल रहे.इस बाबत मुस्लिम महिला फाउंडेशन की अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि अब हम तिरँगा के नीचे एकजुट होकर दुश्मनों को जवाब देना है.उन्होंने कहा कि अब तिरंगा वहां फहराना हैं जो जमीन कब्जाई गयी है, चीन और पाकिस्तान भारत की भूमि से नाजायज कब्जा तुरंत हटा लें.
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बता दें, कि पीएम मोदी के आवाहन के बाद देश के साथ-साथ वाराणसी मे भी तिरंगा अभियान को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. ऐसे में हर संस्था और समुदाय हर गंगा अभियान को सफल करने के लिए पहले से ही तिरंगा यात्रा निकाल रहा है. इसी के अंतर्गत आज लमही गांव में भी हिंदू मुस्लिम मिलकर यह तिरंगा यात्रा निकाली जो खासा आकर्षण का केंद्र बनी रही.
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