वाराणसी:जनपद में सड़कों के जाल ने आम आदमी का सफर आसान कर दिया है. रिंग रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के पहले इतनी ही दूरी तय करने में दोगुना समय और दोगुना ईंधन लग जाता था. इसके अलावा 4 पार्किंग भी ईंधन बचाने में सहायक साबित हो रही है. इसका सकारात्मक असर पर्यावरण पर भी देखने को मिल रहा है.
वाराणसी के विकास (Development of Varanasi) ने आम नागरिक के जीवन को आसान कर दिया है. रिंग रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण से सफर सुहाना लगने लगा है. वाराणसी स्मार्ट सिटी (Varanasi Smart City) ने कई विभागों के समन्वय से एक सर्वे के आधार पर डाटा जुटाया है, जिसमें पाया गया कि बाबतपुर एयरपोर्ट से अतुलानंद स्कूल की दूरी 18 किलोमीटर थी, जिसे तय करने में पहले 3 लीटर फ्यूल (डीजल) और 60 मिनट का समय लगता था. अब 6 लेन सड़क बनने के बाद उसी दूरी को तय करने में आधा समय और आधा ईंधन लगता है.
इसी प्रकार हरहुआ से चिरई गांव की दूरी 20 किलोमीटर है. इसे तय करने में 1 घंटा और 3.5 लीटर ईंधन लगता था. अब वही दूरी आधे यानी 30 मिनट में और आधे से भी कम 1.5 लीटर ईंधन में तय हो जा रही है. शहर से राजातालाब 35 किलोमीटर है और इसे तय करने में 75 मिनट का समय लगता था. इसमें 5 लीटर ईंधन लगता था.
स्मार्ट सिटी वाराणसी में ईंधन की बचत, सड़कों के जाल ने घटाई दूरी - वाराणसी स्मार्ट सिटी में ईंधन की बचत
स्मार्ट सिटी वाराणसी में (Varanasi Smart City) सड़कों के जाल ने आम आदमी का सफर आसान कर दिया है. इससे ईंधन की भी बचत हो रही है.
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शहर के भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बनी चार आधुनिक पार्किंग भी लोगों की ट्रैवलिंग टाइम और ईंधन बचा रही हैं. इसके अलावा गाड़ियों से निकलने वाले जहरीले धुएं से भी लोग बच रहे हैं. इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिल रही है. आने वाले समय में रिंग रोड और राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण (Varanasi Smart City) से लोगों का काफी राहत मिलेगी.
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