सहारनपुर: एक जमाना था जब उत्तर प्रदेश का सहारनपुर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे के लिए अपनी पहचान रखता था. लेकिन जुमे की नमाज के बाद नूपुर शर्मा के मामले में एक बार फिर सहारनपुर जिले की खूब किरकिरी हो रही है. जहां शहर की जामा मस्जिद से निकले नमाजियों ने नूपुर शर्मा पर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर बिना अनुमति के प्रदर्शन कर बवाल किया वहीं, झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा में भी सहारनपुर कनेक्शन सामने आया है.
रिपोर्ट के मुताबिक सहारनपुर के 12 लोगों ने रांची में जाकर न सिर्फ मुस्लिम युवाओं को उकसाया है बल्कि कौम और पैगम्बर साहब का हवाला देकर हिंसा भड़काई है, जिससे सहारनपुर का मुस्लिम समाज एक बार फिर शर्मसार हुआ है. जानकारी के मुताबिक 12 युवाओं की टीम 4 और 7 जून को सहारनपुर से रांची पहुंची थी. हैरानी की बात ये है कि रांची के मुस्लिम धर्म गुरुओं ने इनको मना किया तो टीम ने 16 से 24 साल के युवाओं को अपने झांसे में फंसा कर हिंसा की स्क्रिप्ट तैयार की थी.
वहां के युवाओं को बताया गया कि यूपी सरकार और हिन्दू समाज मुसलमान कौम को परेशान कर रहा है इसलिए हमें अपनी ताकत दिखाने के लिए देश भर में प्रदर्शन करना होगा. हालांकि रांची में हुई हिंसा के पीछे झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ता और पानी व्यवसायी का नाम भी सामने आ रहा है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर समेत देश भर के कई शहरों में हिंसा हुई थी. धारा 144 लागू किये जाने के बाद नमाजियों ने सड़कों पर उतर कर न सिर्फ भड़काऊ नारेबाजी की बल्कि जमकर उपद्रव मचाया. ऐसी ही तस्वीरे झारखंड की राजधानी रांची से भी सामने आई तो झारखंड सरकार के पसीने छूट गए. जिसके बाद सरकार के आदेश पर पुलिस ने उपद्रवियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो हिंसा में सहारनपुर कनेक्शन निकल कर सामने आया है. पुलिस पूछताछ में पकड़े गए उपद्रवियों ने बताया कि सहारनपुर से 12 लोगों की टीम ने आकर रांची में हिंसा कराई है. उनका कहना है कि सभी लोग 4 और 7 जून को रांची में आकर एक होटल में ठहरे हुए थे. जहां से रांची के मुस्लिम युवाओं को उकसाया गया था.