मुजफ्फरनगर: बुढ़ाना जमीयत उलेमा-ए-हिन्द बुढ़ाना के कार्य समिति के विशेष इजलास में ईद उल-अजहा (बकरीद) पर क़ुरबानी को लेकर फैलाई जा रही अफवाह पर ध्यान ना देने, क़ुरबानी को पर्दे में करने और सोशल मीडिया पर कुर्बानी आदि के फोटो वायरल न करने की अपील की गयी. साथ ही देश में नफरत फैलाने वालों का विरोध भी किया गया. कार्यसमिति के इजलास में उदयपुर में हुई घटना की भी निंदा की गई और नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की भी मांग भी उठाई गयी.
शनिवार को करबला रोड स्तिथ मस्जिद हमजा में आयोजित कार्यसमिति के इजलास की अध्यक्षता जमीयत उलेमा बुढ़ाना के नगर अध्यक्ष हाफिज शेरदीन ने की तथा संचालन हाफिज तहसीन और मो.आसिफ क़ुरैशी ने संयुक्त रूप से किया. इजलास में कार्य समिति के सदस्यों के अलावा पदाधिकारियों ने भी शिरकत की. इजलास में सर्वसम्मति से शिक्षा जागरूकता अभियान को जारी रखने और मस्जिदों एवं मदरसों के सर्वे करने तथा बरसात में पेड़ -पौधे लगाने और जमीयत उलमा-ए-हिन्द के दोनों गुटों के एकीकरण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभिन्न प्रस्तावों को पारित किया गया.
इजलास को सम्बोधित करते हुए जमीयत उलमा बुढ़ाना के नगर अध्यक्ष हाफिज शेरदीन ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिन्द का एक ऐतिहासिक इतिहास है. जमीयत के बुजुर्गों ने देश की आजादी में विशेष योगदान दिया है, जिसको भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने मदरसों के हवाले से विस्तृत बातचीत करते हुए कहा कि मदरसे-मस्जिदों से पढ़ने वाले हमारे इमाम पेशवा बनते हैं और हमारी रहनुमाई करते हैं.
हाफिज शेरदीन ने ईद उल अजहा के हवाले से कहा कि मुसलमान 10 जुलाई 2022 को ईद उल अजहा का त्यौहार मनायेंगे, जो बहुत ही पवित्र त्यौहार है. उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि क़ुरबानी को पर्दे में करें और किसी भी तरह का कोई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल बिल्कुल ना करें. साफ -सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए क़ुरबानी अदा करें.
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