मेरठ: जिले में खरखौदा पुलिस को शनिवार को सूचना मिली थी कि कोई महिला झाड़ियों में गंभीर हालत में पड़ी है. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा महिला सोई हुई थी. महिला को पहले अस्पताल ले जाया गया. महिला अपना घर का पता और नाम नहीं बता पाई. इसके बाद पुलिस उसे वृद्धाश्रम ले गई.
खरखौदा थाना पुलिस ने मेरठ के सोशल मीडिया ग्रुप, उत्तराखंड के थानों और दिल्ली में भी महिला की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करवाई. शेयर फोटो को देखने के बाद उत्तराखंड के चमोली से एक परिवार की खरखौदा पुलिस के पास कॉल आई. परिजनों ने महिला (woman of uttarakhand meet family in Meerut) को देखते ही पहचान लिया और महिला ने भी परिवार वालों को पहचान लिया.
जानकारी देते एसआई थाना खरखौदा मेरठ हरीश कुमार गंगवार पढ़ें-मुजफ्फरनगर में बीमार गोवंश को लेकर थानाभवन मार्ग जाम, अधिशासी अधिकारी को सस्पेंड करने की मांग
उत्तराखंड की चमोली निवासी दीपा (Deepa hails from Uttarakhand) करीब 6 वर्षों पहले अपने परिजनों से बिछड़ गई थी. दीपा अपने पति की मौत के बाद घर से लापता हो गई थी. परिजनों ने उसे बहुत तलाशा. लेकिन, उसका कोई सुराग तक नहीं लगा. उसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. परिवार वालों ने फिर यह सोचकर संतोष कर लिया था कि शायद दीपा की मौत हो चुकी है.
इन छह वर्षों में महिला (दीपा) कहा रहीं और कैसे वो सैकड़ों किलोमीटर चमोली से मेरठ आई. ऐसे सवालों के जवाब वह अभी नहीं दे पा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है. वहीं, उत्तराखंड के चमोली से आये परिवार ने मेरठ पुलिस को धन्यवाद किया. परिजनों का कहना है कि मेरठ पुलिस ने उनके घर की सदस्य का (Found woman separated from family in meerut) रेस्क्यू किया.
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