मेरठ: हॉकी के महान खिलाड़ी रहे मेजर ध्यानचंद के नाम पर उत्तरप्रदेश के मेरठ में प्रदेश की पहली खेल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास 2 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ने किया था. 8 महीने से अधिक का समय शिलान्यास को हो चुका है. लेकिन, अभी तक किसी तरह का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.
मेरठ जिले के सलावा में विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले खेल विश्वविद्यालय की नींव रखी गई थी. तब इसका काफी प्रचार- प्रसार हुआ था. लोगों में काफी उत्साह भी देखा जा रहा था. स्थानीय लोगों को लगता है कि, इसके बनने से उनके क्षेत्र को एक अलग पहचान तो मिलेगी ही, साथ ही युवाओं की भी खेलों के प्रति दिलचस्पी औj बढ़ेगी. देश के उन युवाओं की किस्मत भी खुलेगी जो युवा खेलों में आगे निकलना चाहते हैं.
क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी योगेंद्रपाल सिंह ने दी जानकारी ईटीवी भारत ने भी काफी युवाओं से बात की. स्पोर्ट्समैन कहते हैं कि, 8 माह गुजर गए लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. वह चाहते हैं कि, सरकार गंभीर होकर तेजी दिखाए. ताकि, युवा खेलों में अपनी प्रतिभा को निखारकर देश के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करें. साथ ही देश के लिए और भी अधिक पदक ला सकें.बता दें कि, मेरठ के सलावा में बनने वाली खेल यूनिवर्सिटी में फिजिकल एजुकेशन, हेल्थ एंड एप्लाइड स्पोर्टस साइंसेज, स्पोर्टस मैनेजमेंट एंड टेक्नोलोजी, स्पोर्टस कोचिंग, स्पोर्टस जर्नलिज्म एंड मास मीडिया टेक्नोलोजी, एडवेंचर स्पोर्टस, बैचलर इन स्पोर्टस, डिप्लोमा सर्टिफिकेट, परास्नातक और पीएचडी में पठन पाठन होगा.
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इस बारे में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी योगेंद्रपाल सिंह बताते हैं कि, कुल 700 करोड़ रुपये की लागत से खेल यूनिवर्सिटी का निर्माण होना है. कुछ एनओसी भी मिलनी शेष हैं. इसके लिए सबंधित विभागों में बात चल रही हैं. लेकिन, शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है. मुजफ्फरनगर और मेरठ की सीमा पर बन रही इस खेल यूनिवर्सिटी से देशभर के युवाओं का भविष्य संवरेगा. इस खेल यूनिवर्सिटी में 540 पुरुष खिलाड़ी और 540 महिला खिलाड़ी कुल मिलाकर 1080 खिलाड़ी भविष्य में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. उन्होंने बताया कि, यह विश्वविद्यालय 91 एकड़ भूमि में बनेगा और इसकी अनुमानित लागत लगभग 700 करोड़ रुपये हैं. उन्होंने बताया कि, वर्तमान में खेल विभाग और उत्तर प्रदेश शासन ने इसे आगे बढ़ाने के लिए सिंचाई विभाग को 3 करोड़ रुपये दिए हैं. जबकि, वन विभाग को 39 लाख 80 हजार रुपये की धनराशि दी जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि जो इसका मास्टरप्लान बन रहा है उसके लिए 7 लाख 20 हजार रुपये की मांग की गयी है. ताकि, जो मास्टरप्लान बनाया गया है उसका भुगतान हो सके. बराबर पत्राचार किया जा रहा है. इसका ले आउट तैयार हो गया है तो जमीन के लिए भी कार्रवाई आगे बढ़ रही है. मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के लिए 50 करोड़ की राशि भी जारी हो चुकी है. वे कहते हैं कि, कार्यदाई संस्था का भी चयन हो चुका है. खेल यूनिवर्सिटी को लेकर डीपीआर तैयार हो चुकी है.वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए 50 करोड़ की व्यवस्था की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि, आईआईटी रुड़की की टीम ने भी वहां हाल ही में विजिट किया है.
युवा खासकर चाहते हैं कि, खेल विश्वविद्यालय के निर्माण में तेजी आए. वहीं, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी बताते हैं कि, भले ही कुछ अतिरिक्त समय लग रहा है. लेकिन, निश्चित ही युवाओं के भविष्य को संवारने में यूनिवर्सिटी अहम रोल अदा करेगी. यह विश्वविद्यालय देशभर के युवाओं और स्टूडेंट के लिए होगा, जहां प्रवेश के लिए वे एप्लाई कर सकते हैं. देशभर के प्रतिभावान खिलाड़ी इसमें आकर चयन प्रक्रिया से गुजरकर अध्ययन कर सकते हैं.
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