मेरठ:टीचर पूजा शर्मा स्टूडेंट्स को कैरम बोर्ड से हिस्ट्री और सांप सीढ़ी से केमिस्ट्री पढ़ाती हैं. इनोवेटिव लर्निंग के लिए मेरठ की टीचर पूजा शर्मा को शिक्षक (meerut teacher pooja sharma awarded) दिवस पर CBSE उत्कृष्टता सम्मान मिलने जा रहा है. इतना ही नहीं स्टूडेंट्स प्रथम विश्वयुद्ध कैसे हुआ, किस की क्या भूमिका थी. यह भी खेल-खेल में सीख गए हैं.
मेरठ के एक स्कूल (Meerut Gargi Girls School) में क्रिएटिव लर्निंग के तहत बच्चों को अनोखे तरीके से पढ़ाया जा रहा है. इस उत्कृष्ठ कार्य के लिए मेरठ की टीचर पूजा शर्मा को सत्र 2021-2022 के लिए शिक्षा उत्कृष्ठता और नेतृत्व पुरस्कार (meerut teacher pooja sharma awarded) मिलने जा रहा है. पूजा शर्मा प्रदेश की एकमात्र ऐसी टीचर हैं, जिन्हें CBSE उत्कृष्टता अवॉर्ड के लिए चुना गया है. देशभर के कुल उन्नीस शिक्षकों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. CBSE से मान्यता प्राप्त देश-विदेश के स्कूलों से 19 शिक्षकों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. उत्तर प्रदेश से यह पुरस्कार पाने वाली पूजा शर्मा अकेली शिक्षिका हैं.
जानकारी देतीं शिक्षिका पूजा शर्मा मेरठ में गार्गी स्कूल की टीचर पूजा शर्मा (meerut teacher pooja sharma) को अब पूरा प्रदेश जानने वाला है, क्योंकि उनके आईडियाज की खूब सराहना हो रही है. सांप सीढ़ी से केमिकल रिएक्शन और नृत्य के माध्यम से गणित जैसे विषय को समझाना अपने आप में अनूठी विद्या है. मेरठ के गार्गी स्कूल की छात्राएं खेल-खेल में पढ़ाई कर रही हैं. इतना ही नहीं कठिन से कठिन विषयों को सरल तरीके से समझाकर विद्यार्थियों तक पहुंचाने का काम पूजा ने कर दिखाया है. बता दें कि, करीब 15 वर्ष से मेरठ गार्गी गर्ल्स स्कूल (Meerut Gargi Girls School) में पूजा फाइन आर्ट्स की अध्यापिका हैं. उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सीबीएसई ने सत्र 2021-22 के लिए शिक्षा उत्कृष्टता और नेतृत्व पुरस्कार देने की घोषणा की है. सांप सीढ़ी से पढ़ाते हुईं शिक्षिका
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टीचर पूजा शर्मा (meerut teacher pooja sharma) ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली में हुई है. आर्ट में पोस्ट ग्रेजुएट और बीएड करने के बाद से वह शिक्षण कार्य कर रही हैं. अपने 18 साल के शिक्षण अनुभव के साथ वह 42 शिक्षकों को प्रेरित और प्रशिक्षित कर रही हैं. पूजा कला के जरिए विभिन्न विषयों को पढ़ाने के तरीके बताती हैं. छात्राएं कठिन से कठिन बिंदुओं को भी कला और खेल के माध्यम से आसानी से समझ जाती हैं. पूजा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (national education policy) में दिए गए आर्ट इंटीग्रेटेड और स्पोर्ट्स इंटीग्रेटेड लर्निंग के माध्यम से पठन-पाठन का कार्य कर रही हैं. पढ़ाई के साथ ही कलर थेरेपी के जरिए एंगर मैनेजमेंट सहित तमाम पहलुओं पर उनके कार्य को सीबीएसई की तरफ से सराहा गया है.
स्कूल की प्रिंसिपल अनुपमा सक्सेना का कहना है कि उन्हें अपनी टीचर पर गर्व है, स्कूल के स्टूडेंट्स ने ईटीवी भारत को बताया कि वह यहां खुशी से पढ़ाई करते हैं और उन्हें बेहद अच्छा लगता है इस तरह से पढ़ाई करना.
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