मेरठ/अमरोहा/मुजफ्फरनगर:केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि सुधार कानून के खिलाफ देश भर के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं मेरठ और अमरोहा में भी किसान संगठनों की अपील पर बड़ी संख्या में किसानों ने कृषि सुधार कानून का विरोध किया. वहीं मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाकियू पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई. इसमें उन्होंने शुक्रवार को 11 बजे से किसानों को हाईवे पर उतरकर दिल्ली के लिए कूच करने को बोला है.
मुजफ्फरनगर से कल दिल्ली के लिए कूच करेंगे किसान
कृषि बिल के विरोध में हरियाणा और पंजाब के किसान पिछले 2 दिन पहले से दिल्ली कूच के लिए निकले थे. वहीं इसी दौरान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों को रोक दिया गया. इस दौरान दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार की. प्रदर्शन के दौरान किसानों पर हुए अत्याचार को लेकर देशभर के किसानों का गुस्सा फूट उठा है. इसके बाद किसानों का शांतिपूर्ण दिल्ली का कूच अब एक बड़े आंदोलन में बदलने जा रहा है. किसानों पर हुए अत्याचार को लेकर गुरुवार को मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाकियू पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई. इसमें उन्होंने शुक्रवार को 11 बजे से किसानों को हाईवे पर उतरकर दिल्ली के लिए कूच करने को बोला है.
भाकियू पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक.
किसानों ने कमिश्नर ऑफिस का किया घेराव
गुरुवार को सुबह 50-60 की संख्या में किसान कमिश्नर ऑफिस पहुंचे. यहां पहुंचकर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कमिश्नर ऑफिस का घेराव करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा. इस ज्ञापन के द्वारा किसानों ने हाल ही में पास हुए कृषि सुधार कानून को वापस लेने की मांग की. साथ ही किसानों ने गन्ने का बकाया भी ब्याज सहित जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग की. इस दौरान किसानों ने कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन कोरोना के चलते उन लोगों ने जिले में रहकर ही विरोध करने का फैसला किया है.
अमरोहा में हाइवे पर बैठकर किसानों ने शुरू किया धरना
कृषि सुधार कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित आंदोलन की तैयारी कई दिनों से चल रही थी. इसी क्रम में अमरोहा में गुरुवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच करने के लिए तैयार थे. इसी के चलते किसानों के प्रदर्शन को रोकने के लिए अमरोहा का पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया. अमरोहा में नेशनल हाइवे पर थाना गजरौला पुलिस को तैनात किया गया था. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और तमाम किसान नेशनल हाइवे से होकर दिल्ली के लिये जा रहे थे. इन किसानों को पुलिस ने रोक लिया. जिसके बाद किसान हाइवे पर ही धरना देने के लिए बैठ गये हैं.