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श्रीकृष्ण से यह वरदान चाहिए कि मृत्यु के समय उनकी छवि मेरे सामने हो: सांसद हेमा मालिनी

प्रियाकांत जू मंदिर में होली महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रसिद्ध अभिनेत्री और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी भी पहुंचीं. इसमें देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंच रहे हैं.

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सांसद हेमा मालिनी

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Published : Mar 14, 2022, 7:29 PM IST

Updated : Mar 14, 2022, 10:32 PM IST

मथुरा: जिले के छटीकरा मार्ग पर स्थित प्रियाकांत जू मंदिर में होली महोत्सव चल रहा है, जिसमें भाग लेने के लिए प्रसिद्ध अभिनेत्री और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी भी पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे भगवान श्रीकृष्ण से यही वरदान चाहिए कि मृत्यु के समय भगवान श्री कृष्ण की छवि मेरे सामने हो. इसके साथ ही उन्होंने सभी मथुरावासियों को होली की शुभकामनाएं देने के साथ ही भाजपा की एक बार फिर से सरकार बनाने के लिए धन्यवाद दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मथुरा के छटीकरा मार्ग पर स्थित प्रियाकांत जी मंदिर में प्रसिद्ध भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर की ओर से होली महोत्सव आयोजित कराया जा रहा है, जिसमें देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंच रहे हैं. वहीं, मथुरा की सांसद प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी भी प्रियाकांत मंदिर पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने मंच से ब्रज वासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए देवकीनंदन ठाकुर को आध्यात्मिक यात्रा के 25 वर्ष पूर्ण होने की बधाई दी.

सांसद हेमा मालिनी

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उन्होंने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब वे पहली बार मथुरा की सांसद बनी थीं, तो भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर ने मेरा काफी सहयोग किया. हेमा मालिनी ने कहा कि मथुरा में देवकीनंदन ठाकुर के सुझाव से ही साड़ी पहनना शुरू किया. उन्होंने कहा कि मथुरा में ब्रज वासियों ने पांचों विधानसभा सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों को जिताया है, जिसका वह आभार व्यक्त करती हैं. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से यही प्रार्थना करती हूं कि मेरी मृत्यु के समय भगवान श्री कृष्ण की छवि सामने हो.

उन्होंने कहा कि किसी की भी मृत्यु ऐसी होनी चाहिए जिससे किसी को कष्ट न हो, क्योंकि मृत्यु का कोई समय निश्चित नहीं है. हमारी मृत्यु से किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं होनी चाहिए. झटपट से मृत्यु हो तो अच्छा है. उन्होंने कहा कि द्रौपदी ने अपने अंतिम समय में श्री कृष्ण का नाम लिया था और अपने प्राण त्याग दिए. हमें भगवान कृष्ण को अपनी आंखों में बसाकर रखना चाहिए और उन्हें महसूस करना चाहिए. इस तरह हम इनसे बात भी कर सकते हैं.

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Last Updated : Mar 14, 2022, 10:32 PM IST

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