मथुरा:उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि पंडित दीनदयाल के बताए हुए मार्ग पर चलकर लोग देश की तरक्की में योगदान कर सकते हैं. उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि मैं इस धरती को प्रणाम करती हूं. इसकी रज को माथे से लगाती हूं. इसके कारण हजारों लाखों ऐसे लोगों को ऊपर उठने का मौका मिला है, जिन्हें दीनदयाल जी चाहते थे.
उनका सपना था. हम उनके जन्मोत्सव पर यहां हर साल एकत्रित होते हैं और महिलाएं और बहनों का एक लोकगीत का कार्यक्रम होता है. हमारी संस्कृति हमारी धरोहर है, जो हमें अपनी दादी नानियों से मिली है. उसको हम आगे कैसे ले जाएं और भारतीय संस्कृति को जीवित रखें. यह लोकगीत का मकसद है. इस कार्यक्रम में मैं हर साल यहां आती हूं. उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल ने लखीमपुर खीरी के मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.