भाजपा को इन जिलों में मिली जीत
1- बिजनौर- बीजेपी प्रत्याशी साकेंद्र चौधरी ने सपा गठबंधन प्रत्याशी चरनजीत कौर को 5 वोट से हराया. बीजेपी को मिले 30 वोट मिले, जबकि सपा गठबंधन प्रत्याशी को 25 वोट मिले. 56 जिला पंचायत सदस्यों में से 55 सदस्यों ने वोट किया था.
2- फर्रुखाबाद-जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव सकुशल संपन्न हुआ. बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी मोनिका यादव ने जीत दर्ज की. सपा प्रत्याशी सुबोध यादव को 6 वोटों से मोनिका यादव ने पराजित किया. डीएम ने मोनिका यादव की जीत की घोषणा की. एक दशक बाद यहां भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया.
3- रायबरेली-भाजपा समर्थित प्रत्याशी रंजना चौधरी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की. उन्होंने विपक्षी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आरती को हराया. रंजना चौधरी को 30 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आरती को 22 वोट मिले.
4- कुशीनगर-जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया गया है. सपा उम्मीदवार रीता देवी को करारी हार देते हुए भाजपा की सावित्री देवी ने बाजी मारी. कुल 61 वोटो में भाजपा की सावित्री देवी को 46 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी की रीता देवी को 15 वोट पाकर संतोष करना पड़ा.
5- मथुरा- जिले में भाजपा के किशन चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की. भाजपा प्रत्याशी किशन सिंह चौधरी को 22 मत मिले तो वहीं रालोद के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सिकरवार को 11 मत मिले. 22 मतों के साथ भाजपा प्रत्याशी किशन सिंह चौधरी ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया.
6- कन्नौज- जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा की प्रिया शाक्य को 15 मत मिले, जबकि सपा के श्याम सिंह यादव को 13 मत मिले. दो वोटों से प्रिया शाक्य ने जीत हासिल की.
7- उन्नाव- जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी शकुन सिंह ने 9 मतों से एकतरफा जीत दर्ज कर अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है. वहीं बीजेपी से बगावत कर चुनावी मैदान में उतरे अरुण सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा. अरुण सिंह ने हार का ठीकरा जिला प्रशासन पर फोड़ा. उन्होंने कहा कि उन्नाव प्रशासन ने उन्हें हराने का काम किया. सभी 51 जिला पंचायत सदस्यों ने मतदान किया. शकुन सिंह ने 28 मत पाकर अरुण सिंह को 9 मतों से हराकर जीत दर्ज की. अरुण सिंह को 19 मत ही मिले, जबकि मालती रावत को केवल एक वोट मिला, जो उनका खुद का है. वहीं 3 मत अवैध घोषित किए गए.
8- हाथरस- जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सीमा उपाध्याय निर्वाचित हुई हैं. सीमा उपाध्याय कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी हैं. उन्होंने सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी शशि चौधरी को 2 वोटों से हराया है. कुल 24 सदस्यों में से 13 सदस्यों ने सीमा उपाध्याय के पक्ष में मत डाले, जबकि शशि चौधरी के पक्ष 11 सदस्यों ने वोटिंग की. सीमा उपाध्याय पहले भी दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष और एक बार सांसद रह चुकी हैं.
9- बदायूं- भाजपा की वर्षा यादव 5 वोटों से जीतीं. बीजेपी को 28 वोट मिले, जबकि 23 वोट सपा प्रत्याशी सुनीता शाक्य को मिले. वर्षा यादव पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव की पत्नी हैं.
10- औरैया- जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा ने कब्जा किया. भाजपा प्रत्याशी कमल दोहरे विजयी हुए. कमल दोहरे को 13 वोट मिले, जबकि सपा के रवि त्यागी को 9 वोट मिले.
11- सीतापुर-भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार श्रद्धा सागर ने 34 मतों से जीत दर्ज की. श्रद्धा सागर ने 56 वोट हासिल किये, जबकि सपा प्रत्याशी अनीता राजवंशी को 22 वोट मिले.
12- बरेली- जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा ने कब्जा जमाया. भाजपा उम्मीदवार रश्मि पटेल ने सपा की विनीता गंगवार को 21 वोटों से हराया.
13- चंदौली-जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा 25 मतों से चुनाव जीतने में कामयाब रहे, जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज नारायण यादव को मात्र 5 वोट ही मिले. जिलाधिकारी संजीव सिंह ने दीनानाथ शर्मा को जीत के बाद प्रमाण पत्र दिया. दीनानाथ शर्मा ने केंद्रीय मंत्री महेंद्र पाण्डेय समेत तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार जताया. साथ ही जीत का श्रेय पूर्व अध्यक्ष छत्रबली सिंह और सरिता सिंह को दिया.
14- महराजगंज- जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव शांतिपूर्ण तरिके से सम्पन्न हुआ. भाजपा प्रत्याशी रविकांत पटेल महराजगंज के जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए. सपा प्रत्याशी दुर्गा यादव को 38 वोटों से हरा कर रविकांत पटेल विजयी घोषित हुए. जिले के 47 जिला पंचायत सदस्यों ने शांतिपूर्ण तरीके से मतदान किया. भाजपा प्रत्याशी रवि कांत पटेल को 38 वोट मिले और सपा प्रत्याशी दुर्गा यादव को महज 9 वोट मिले.
15- अयोध्या-अयोध्या जिला पंचायत सीट पर भाजपा ने कब्जा जमाया. भाजपा की प्रत्याशी रोली सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं. भाजपा की रोली सिंह को 30 वोट मिले, जबकि सपा को केवल 10 वोट मिले. सपा के सदस्यों पर क्रॉस वोटिंग करने का आरोप लगा है.
16- कासगंज-जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी रत्नेश कश्यप विजयी घोषित हुए. बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी रत्नेश कश्यप को 14 वोट मिले, जबकि सपा के समर्थ यादव को 9 वोट मिले.
17- फिरोजाबाद- जिले में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी और सिरसागंज के विधायक हरिओम यादव के दांव से जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सपा चारों खाने चित हो गई. चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हर्षिता सिंह की जीत हुई. 33 वोटों में से 18 वोट बीजेपी प्रत्याशी हर्षिता सिंह को और 12 वोट सपा प्रत्याशी रुचि यादव को मिले, वहीं तीन वोट निरस्त हुए.
18- शामली- जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी ने जीत का परचम लहराया. पार्टी की प्रत्याशी मधु गुर्जर 10 वोट के साथ चुनाव जीतीं. 19 वार्डों की जिला पंचायत में सपा-रालोद गठबंधन को 9 वोट मिले. दोनों प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर रही.
19- कौशांबी-डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद में भाजपा प्रत्याशी ने बाजी मारी. भाजपा प्रत्याशी कल्पना सोनकर दो मतों से विजयी घोषित हुईं. कल्पना सोनकर को 13 और सपा की विजमा दिवाकर को 11 मत मिले. कुल 26 सदस्यों में से केवल 25 सदस्यों ने मतदान किया, जिसमें से एक मत अवैध मिला. सपा प्रत्याशी विजमा दिवाकर ने जिला प्रशासन पर वोटों की गिनती में धांधली कराने का आरोप लगाया. वहीं भाजपा प्रत्याशी की जीत की घोषणा के बाद कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में जमकर जश्न मनाया.
20- देवरिया- जिले में गहमागहमी के बीच शनिवार को हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गिरीश तिवारी जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए. 56 मतों में से उन्हें कुल 42 मत मिले, जबकि सपा की प्रत्याशी शैलजा यादव को केवल 11 मत मिले. 3 मत अवैध घोषित किए गए. गिरीश तिवारी भारतीय जनता पार्टी के पहले जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.
21- लखनऊ- जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर बीजेपी की आरती रावत का कब्जा हो गया है. आरती रावत ने 14 वोट हासिल की जीत दर्ज की. उनकी प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी की विजयलक्ष्मी को 11 वोट मिले. लखनऊ जिला पंचायत अध्यक्ष पद की वोटिंग के लिए 25 सदस्यों को वोट डालना था.
22- प्रयागराज- जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी को करारी शिकस्त दी. भाजपा प्रत्याशी डॉ. वीके सिंह को 84 में से 51 वोट मिले, जबकि सपा प्रत्याशी मालती यादव को 33 वोट ही मिले. हार के बाद सपा प्रत्याशी ने भाजपा पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया. बता दें कि मतदान के बाद वोटों की गिनती शुरू होने से पहले ही सपाइयों ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सपाइयों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई सपा नेता घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
23- कानपुर- जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भारतीय जनता पार्टी की स्वप्निल वरुण ने जीत दर्ज की. पंचायत समिति के 32 सदस्यों ने कलेक्ट्रेट में मतदान किया. 32 में से 25 मत भाजपा प्रत्याशी स्वप्निल वरुण को मिले तो वहीं 5 सपा प्रत्याशी राजू दिवाकर को मिले. मतदान में दो अवैध वोट भी सामने आए. मतगणना के बाद पता चला कि सपा को अपने ही सदस्यों का वोट नहीं मिला. 11 में से 6 सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग की और भाजपा के साथ खड़े हो गए. बता दें कि स्वप्निल वरुण कैबिनेट मंत्री रहीं स्वर्गीय कमलरानी वरुण की बेटी हैं.
24- कानपुर देहात- जनपद कानपुर देहात में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 32 सदस्यों में से 31 सदस्यों ने मतदान किया. जजमुइया से जिला पंचायत सदस्य मतदान प्रक्रिया के दौरान अनुपस्थित रहे. वोटों की गिनती के दौरान 26 वोटों से भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी नीरज रानी विजय हुईं. उनके प्रतिद्वंदी सपा उम्मीदवार राम सिंह यादव को महज 5 वोट मिले, जबकि जिले में 13 सपा सदस्यों ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी के सिर्फ चार जिला पंचायत सदस्य थे. अकबरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने अपनी बहू नीरज रानी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा था.
25- फतेहपुर-जिले में संपन्न हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से चुनाव जीत लिया है. यहां भाजपा के प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह 'पप्पू' ने एकतरफा चुनाव में 41 मत पाकर जीत दर्ज की, जबकि सपा प्रत्याशी संगीता राज पासी केवल 5 मत ही प्राप्त कर सकीं. यहां समाजवादी पार्टी के 12 सदस्यों ने अपनी ही पार्टी प्रत्याशी को ही मदतान नहीं किया.
26- हापुड़-बसपा छोड़ भाजपा का दामन थामने वालीं रेखा हूण ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बाजी मार ली. बता दें कि बसपा के बैनर से जीत हासिल करने वालीं रेखा हूण ने बसपा छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था, जिसके बाद भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाकर रेखा हूण को चुनावी मैदान में उतार दिया. उनको अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के लिए 19 में से 10 सदस्यों का समर्थन हासिल करना था, लेकिन रेखा हूण ने 13 वोट पाकर जीत हासिल की.
27- बाराबंकी- जिले में जिला पंचायत चुनाव के इतिहास में पहली बार भाजपा का कमल खिला है. यहां भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत ने सपा प्रत्याशी नेहा आनंद को भारी अंतर से पराजित कर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हथिया ली. राजरानी रावत को 48 वोट मिले तो नेहा आनंद को मात्र 08 वोटों से ही संतोष करना पड़ा, जबकि एक वोट अवैध घोषित किया गया.
कब-कब कौन रहा जिला पंचायत अध्यक्ष
वर्ष 1952 से वर्ष 1975 तक- महंत जगन्नाथ दास
वर्ष 75 से 89 तक- प्रशासक (जिलाधिकारी)
वर्ष 89 से 95 तक- देव नरायन सिंह (जनता दल)
वर्ष 95 से 2000 तक- रामगोपाल रावत (सपा)
वर्ष 2000 से 2006 तक- कुसुम सिंह (सपा)
वर्ष 2006 से 2016 तक शीला सिंह (बसपा)
वर्ष 2016 से अब तक अशोक सिंह (सपा)
वर्ष 2021 से ....राजरानी रावत (भाजपा)