लखनऊ : अगस्त के पहले सप्ताह में विश्व स्तनपान सप्ताह (world breastfeeding week) मनाया जाता है. इस दौरान शहर के सभी महिला अस्पतालों में तमाम जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. इस दौरान ओपीडी में आने वाली सभी महिलाओं को स्तनपान से जुड़े सभी फायदों के बारे में बताया जा रहा है. यहां तक की अस्पतालों में कुछ प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं.
क्वीन मेरी अस्पताल की वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ (senior gynecologist) डॉ रेखा सचान ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए मां के दूध का कोई विकल्प नहीं है. स्तनपान से न सिर्फ बच्चे स्वस्थ रहते हैं, बल्कि मां से उनका भावनात्मक लगाव भी बढ़ता है. हर मां को बच्चों के स्वास्थ्य के लिए स्तनपान के महत्व को समझना होगा. उन्होंने कहा कि स्तनपान को लेकर जागरूकता के लिए एक से 7 अगस्त में विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week) घोषित किया गया है, जिसका फायदा दिख रहा है. 2005 में स्तनपान कराने का अनुपात देश मे 46 फीसद था जो बढ़कर 64 फीसद हो गया है. उन्होंने बताया कि मां को दूध नहीं उतरने पर बच्चे को सीने से लगाएं. बच्चे के स्पर्श मात्र से मां को दूध उतरना शुरू हो जाता है. मां का दूध शिशु के इम्युनिटी को मजबूत करता है.