लखनऊ : राजधानी के सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Sarojininagar Community Health Center) से शनिवार को युवक का शव हाथों में ले जाने का वीडियो वायरल हो गया. जिसके बाद हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि पंखा लगाते वक्त युवक को करंट लग गया था. जिसके बाद परिजन युवक को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे. जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
राजधानी के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र स्थित चिल्लावां गांव का मूल निवासी बबलू सरिया मिल में मजदूरी करता था. बबलू के परिजनों के मुताबिक, शनिवार दोपहर बबलू अपने घर का पंखा लगा रहा था. अचानक करंट की चपेट में आने से बबलू नीचे गिर पड़ा. जिसके बाद घरवालों ने एम्बुलेंस काॅल सेंटर पर फोन किया. परिजनों ने बताया कि फोन पर जवाब मिला कि 10 मिनट में पहुंच रहे हैं. करीब एक घंटा बीत जाने पर भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची. जिसके बाद बबलू के परिजन उसे आटो रिक्शे से लेकर सरोजनीनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे. स्वास्थ्य केंद्र इमरजेंसी में तैनात डाॅ. विवेक ने मरीज को देखा और बताया कि मरीज की मौत हो चुकी है. संदिग्ध मौत की सूचना डाॅक्टर विवेक ने पुलिस को देने की बात मृतक के परिजनों को बताई. जिसके बाद परिजन एम्बुलेंस की मांग करने लगे, जब तक पुलिस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचती, परिजन अपनी मर्जी से मृतक का शव लेकर घर जाने लगे. इसी बीच रास्ते से गुजर रहे लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. हालांकि ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया है.
मृतक के परिजनों ने एक घंटे बाद भी एम्बुलेंस के न पहुंचने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि एम्बुलेंस समय से पहुंच जाती तो बबलू की जान बचाई जा सकती थी. मृतक के परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ठीक से इलाज ना मिलने का भी आरोप लगाया है. फिलहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सूचना पर सरोजनीनगर पुलिस मृतक के घर पहुंची और पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा तो मृतक के परिजनों ने मना कर दिया.