लखनऊ:उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के आठ साल से संगठन महामंत्री सुनील बंसल का वर्चस्व अब खतरे में है. ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि खुद सुनील ने यूपी में काम नहीं करने की इच्छा जाहिर की है, इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नए महामंत्री संगठन के नामों पर विचार करना भी शुरू कर दिया है.
भारतीय जनता पार्टी के आठ एमएलसी दावेदारों की सूची जारी नहीं हुई है, जिनको विधान परिषद में भेजा जाना है. विधान परिषद में छह मनोनीत और दो अन्य सदस्यों की जगह खाली हो चुकी है. यह आठ सीटें भाजपा के कोटे से ही भरी जाएंगी. पिछले दिनों एक गोपनीय सूची पर सहमति बन रही थी. लेकिन नए महामंत्री संगठन और नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की राष्ट्रपति चुनाव के बाद होने वाली आमद को लेकर इस सूची को रोक दिया गया है. बहुत जल्द ही नए पदाधिकारियों के आने के बाद भाजपा एक अन्य सूची जारी करेगी.
यूपी भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान महामंत्री संगठन सुनील बंसल की देखरेख में भाजपा ने 2014 लोक सभा, 2017 विधानसभा, 2019 लोक सभा और इसके बाद में 2022 की विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की. इसके अलावा भाजपा ने कई बार निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में भी काफी सफलता प्राप्त की. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सुनील बंसल अब उत्तर प्रदेश में महामंत्री संगठन के तौर पर काम करने को इच्छुक नहीं हैं. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से उनको कोई अन्य काम देने पर विचार करने के लिए कहा था. इसके साथ ही भाजपा में स्वतंत्र देव सिंह की जगह नया प्रदेश अध्यक्ष भी आना है.