लखनऊ. उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश ( Industrial investment) का ग्लोबल हब बनाने के लिए जारी कोशिशों के बीच मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (US-India Strategic Partnership Forum) (यूएसआईएसपीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भेंट की. भेंट-वार्ता के दौरान प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश में बेहतर होते सड़क, रेलमार्ग, जलमार्ग, वायुमार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस कॉरीडोर की प्रगति, 25 औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी के संबंध में संक्षिप्त परिचय दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 250 मिलियन की आबादी के साथ उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है. हमारे पास सबसे बड़ा लैंड बैंक है. उद्योग अनुकूल औद्योगिक नीतियां हैं, सुदृढ़ कानून व्यवस्था है. हम खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं. देश में सबसे अच्छी उर्वरा भूमि उत्तर प्रदेश के पास है, प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का राज्य बनने के हमारे संकल्प की पूर्ति में में यूएसआईएसपीएफ सकारात्मक भूमिका निभा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यूएसए सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था. ऐसे में अगर यह दो देश मिलकर काम करें तो यह विश्व मानवता के कल्याणकारी होगा. इस दृष्टि से भारत और यूएसए के बीच रणनीतिक सम्बन्धों को और बेहतर करने में यूएसआईएसपीएफ की बड़ी जिम्मेदारी है. प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को देश के 'ग्रोथ इंजन' की सामर्थ्य वाले राज्य की संज्ञा दी है. प्रदेश अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार है. बीते पांच वर्षों में नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश में औद्योगिक निवेश के सर्वश्रेष्ठ गंतव्य के रूप में उभर कर आया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी 2023 तक उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Uttar Pradesh Global Investors Summit) का आयोजन कर रहा है. यह समिट इंडो-यूएस द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का बेहतरीन अवसर है. इस महत्वपूर्ण कार्य में यूएसआईएसपीएफ से सहयोग की अपेक्षा है. उत्तर प्रदेश में बड़ा बाजार है. अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, पेप्सिको, सिनॉप्सिस, वालमार्ट आदि कई अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश में पूर्व से ही कार्य कर रही हैं. उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के हितों को सुरक्षित रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को हर संभव सहायता दी जाएगी. प्रदेश में न केवल निवेशकों का हित सुरक्षित होगा, बल्कि उन्हें हर प्रकार का संरक्षण भी प्राप्त होगा.
मुकेश अघी, प्रेसिडेंट यूएसआईएसपीएफ ने कहा कि चीन में निवेश करने वाली यूएसए की कई कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर देख रही हैं. आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस लिहाज से बड़ा ही उपयोगी होने वाला है. उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए यूएसआईएसपीएफ की तर्ज पर 'यूएस-यूपी स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम' का गठन किया जाएगा.