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यूएसए से यूपी में बड़े निवेश पर हुई बात, यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के प्रतिनिधिमंडल ने की मुख्यमंत्री से भेंट - Industrial investment

उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश का ग्लोबल हब बनाने के लिए जारी कोशिशों के बीच मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (US-India Strategic Partnership Forum) (यूएसआईएसपीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भेंट की. भेंट-वार्ता के दौरान प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश में बेहतर होते सड़क, रेलमार्ग, जलमार्ग, वायुमार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस कॉरीडोर की प्रगति, 25 औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी के संबंध में संक्षिप्त परिचय दिया.

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Published : Oct 18, 2022, 5:30 PM IST

लखनऊ. उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश ( Industrial investment) का ग्लोबल हब बनाने के लिए जारी कोशिशों के बीच मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (US-India Strategic Partnership Forum) (यूएसआईएसपीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भेंट की. भेंट-वार्ता के दौरान प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश में बेहतर होते सड़क, रेलमार्ग, जलमार्ग, वायुमार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस कॉरीडोर की प्रगति, 25 औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी के संबंध में संक्षिप्त परिचय दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 250 मिलियन की आबादी के साथ उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है. हमारे पास सबसे बड़ा लैंड बैंक है. उद्योग अनुकूल औद्योगिक नीतियां हैं, सुदृढ़ कानून व्यवस्था है. हम खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं. देश में सबसे अच्छी उर्वरा भूमि उत्तर प्रदेश के पास है, प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का राज्य बनने के हमारे संकल्प की पूर्ति में में यूएसआईएसपीएफ सकारात्मक भूमिका निभा सकता है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यूएसए सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था. ऐसे में अगर यह दो देश मिलकर काम करें तो यह विश्व मानवता के कल्याणकारी होगा. इस दृष्टि से भारत और यूएसए के बीच रणनीतिक सम्बन्धों को और बेहतर करने में यूएसआईएसपीएफ की बड़ी जिम्मेदारी है. प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को देश के 'ग्रोथ इंजन' की सामर्थ्य वाले राज्य की संज्ञा दी है. प्रदेश अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार है. बीते पांच वर्षों में नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश में औद्योगिक निवेश के सर्वश्रेष्ठ गंतव्य के रूप में उभर कर आया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी 2023 तक उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Uttar Pradesh Global Investors Summit) का आयोजन कर रहा है. यह समिट इंडो-यूएस द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का बेहतरीन अवसर है. इस महत्वपूर्ण कार्य में यूएसआईएसपीएफ से सहयोग की अपेक्षा है. उत्तर प्रदेश में बड़ा बाजार है. अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, पेप्सिको, सिनॉप्सिस, वालमार्ट आदि कई अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश में पूर्व से ही कार्य कर रही हैं. उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के हितों को सुरक्षित रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को हर संभव सहायता दी जाएगी. प्रदेश में न केवल निवेशकों का हित सुरक्षित होगा, बल्कि उन्हें हर प्रकार का संरक्षण भी प्राप्त होगा.

मुकेश अघी, प्रेसिडेंट यूएसआईएसपीएफ ने कहा कि चीन में निवेश करने वाली यूएसए की कई कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर देख रही हैं. आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस लिहाज से बड़ा ही उपयोगी होने वाला है. उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए यूएसआईएसपीएफ की तर्ज पर 'यूएस-यूपी स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम' का गठन किया जाएगा.


वैशाली सिन्हा, चीफ सस्टेनिबिलिटी ऑफिसर, रिन्यू पॉवर फाउंडेशन ने कहा कि बढ़ती पर्यावरणीय चुनौतियों के बीच आज पूरी दुनिया नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने के लिए अग्रसर है. भारत का मौसम सौर ऊर्जा के लिहाज से बड़ा ही अनुकूल है. अगर ठोस प्रयास हों तो यह सोलर एनर्जी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बन सकता है. उत्तर प्रदेश का माहौल हमारे निवेश के लिए अनुकूल है. हम उत्तर प्रदेश के साथ बड़ी साझीदारी की योजना बना रहे हैं. कंवल सिब्बल, पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि आज अगर चीन की अर्थव्यवस्था ऊंचाई पर है तो इसमें अमेरिका की बड़ी भूमिका है. नए दौर में भारत और यूएसए के रणनीतिक संबंध मजबूत हुए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाने की सामर्थ्य रखता है.

ज़रीन दारूवाला, सीईओ स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने कहा कि हमने हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में बेहतर होते माहौल, आम आदमी की क्रय क्षमता, सरकार की नीतियों, बेहतरीन औद्योगिक माहौल का अध्ययन किया है. हम उत्तर प्रदेश के साथ अपनी व्यापारिक साझेदारी शुरू करने की योजना पर विचार कर रहे हैं. मेरा सुझाव है कि सरकार यहां के वस्त्रोद्योग को प्रोत्साहित करने पर ध्यान दे. यह सेक्टर रोजगार सृजन का भी बड़ा माध्यम है. अजय सिंह, चेयरमैन स्पाइस जेट ने कहा कि हम जेवर एयरपोर्ट पर एक बड़े कार्गो हब के विकास की योजना पर काम कर रहे हैं. यह परियोजना उत्तर प्रदेश के साथ देश के निर्यात को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी.

राजीव अग्रवाल, पब्लिक पॉलिसी हेड मेटा (फेसबुक) ने कहा कि प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्म के रूप में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति का लाभ हम प्रदेश के उद्यमियों के कौशल संवर्द्धन में करने की योजना पर काम कर रहे हैं. पहले चरण में पांच जिलों के उद्यमियों को डिजिटल साक्षर बनने में सहयोग करेंगे. जिनका व्यापार ऑनलाइन नहीं हैं, उन्हें डिजिटल बाजार से भी जोड़ेंगे. नंदिता बख्शी, सीईओ बैंक ऑफ द वेस्ट ने कहा कि लखनऊ एयरपोर्ट से यहां तक के सफर में यूपी में बदलाव की पॉजिटिविटी का अनुभव किया है. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्य के विकास में सहभागी बनना गौरव की बात है. यहां की बड़ी आबादी आज उद्योग जगत की बड़ी आवश्यकताओं को पूरा कर सकती है.

30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में यूएसआईएसपीएफ के प्रेसिडेंट और सीईओ मुकेश अघी, बैंक ऑफ द वेस्ट की प्रेसिडेंट और सीईओ नंदिता बख्शी, स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह, मेटा (फेसबुक) के पब्लिक पॉलिसी हेड राजीव अग्रवाल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड के सीईओ ज़रीन दारूवाला, भारत सरकार के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल सहित स्वास्थ्य, रक्षा, शिक्षा, बैंकिंग, एविएशन, सोशल मीडिया सहित अनेक सेक्टर के दर्जन भर से अधिक सीईओ, अन्य वरिष्ठ अधिकारी व यूएसआईएसपीएफ के पदाधिकारी शामिल रहे.

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