लखनऊ: कोरोना के कारण अब पहले की तरह यात्री सीधे मेट्रो स्टेशन के अंदर प्रवेश करते हुए मेट्रो तक सफर करने के लिए नहीं पहुंचते हैं, बल्कि उन्हें कई दौर से गुजरना पड़ता है जिससे उनका समय बर्बाद होता है. इसी को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) ने मेट्रो से सफर करने वाले ऐसे पैसेंजर जो गो स्मार्ट कार्ड से यात्रा करते हैं उन्हें एक सौगात दी है. कॉरपोरेशन ने गो स्मार्ट कार्ड की समय वैधता में 30 मिनट का इजाफा कर दिया है. अब ये कार्ड 90 मिनट के बजाय 120 मिनट तक वैध रहेंगे. 10 सितंबर से इस नई व्यवस्था को लागू करने का प्लान है.
मुख्य बिंदु-
- यूपीएमआरसी ने मेट्रो रेल के यात्रियों को दी सौगात
- 30 मिनट तक बढ़ाई गई गो कार्ड और टोकन की समय सीमा
- अब एक बार पंच के बाद दो घंटे तक मान्य रहेंगे गो कार्ड और टोकन
- कोविड-19 प्रोटकॉल के तहत यात्रियों के समय के हो रहे नुकसान को देखते हुए लिया गया फैसला
- 10 सितंबर से लागू होंगे नए नियम
कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मेट्रो स्टेशन परिसर में प्रवेश करते समय यात्रियों को अब थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन से होकर गुजरना पड़ता है. जिसके बाद वे टोकन और गो कार्ड को पंच करने और चेकिंग के लिए पहुंचते हैं. इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के कारण यात्रियों का समय खराब होता है. जिससे यात्रियों के गो स्मार्ट कार्ड और टोकन की समय सीमा कम पड़ जाती है. ऐसे में यात्रियों ने मेट्रो रेल के अधिकारियों से समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने संस्तुति दे दी है.
मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की चेकिंग नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के 23 किमी सफर में मेट्रो से यात्रा करने में यात्री को तकरीबन 45 मिनट का समय लगता है. इतनी दूरी के लिए पहले मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने 90 मिनट का समय दे रखा था. एमडी कुमार केशव ने यात्री सुविधाओं में इजाफा करते हुए इसे बढ़ाकर 120 मिनट कर दिया है. यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव के मुताबिक एक स्टेशन पर यात्री अधिकतम 20 मिनट से ज्यादा ठहर नहीं सकता. नियमानुसार अगर इससे ज्यादा रुकता है तो स्टेशन परिसर से निकलते समय यात्री के गो स्मार्ट कार्ड से 10 रुपये अतिरिक्त कटेंगे साथ ही ऑटोमैटिक फेयर गेट पर अगर टोकन धारक टोकन टच कराते हैं तो वह तब तक खुलेगा नहीं, जब तक यात्री स्टेशन कंट्रोलर के माध्यम से अतिरिक्त 10 रुपए जमा नहीं करता. ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए गो स्मार्ट कार्ड और टोकन की समयसीमा में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया.
बढ़ने लगी मेट्रो में यात्रियों की संख्यासाढ़े पांच माह बाद सात सितंबर को जब लखनऊ मेट्रो फिर से शुरू हुई तो मेट्रो के अधिकारियों को उम्मीद के मुताबिक सवारियां नहीं मिलीं, लेकिन दूसरे दिन सवारियों में इजाफा देखकर कॉरपोरेशन के अधिकारियों की उम्मीद जाग गई है कि बहुत जल्द पहले की ही तरह मेट्रो से यात्री सफर करते हुए दिखेंगे. अधिकारियों ने बताया कि सात और आठ सितंबर की तुलना में नौ सितम्बर को यात्रियों का ग्राफ ज्यादा रहा. 8500 से ज्यादा संख्या में यात्रियों ने गुरुवार को मेट्रो से सफर किया. मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन से सबसे ज्यादा यात्री सफर कर रहे हैं. एयरपोर्ट और चारबाग स्टेशन से अभी भी यात्रियों की संख्या पहले की तुलना में काफी कम है.
लगाए गए हैं स्टीकरयात्रियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए लखनऊ मेट्रो के अधिकारी सभी व्यवस्थाएं कर रहे हैं. अब यात्रियों को ध्यान में रखकर टिकट काउंटर और टिकट वेडिंग मशीन, सुरक्षा जांव प्वाइंट और प्रवेश निकास द्वार पर पीले रंग के स्टीकर्स के साथ मार्किंग की गई है. मेट्रो ट्रेन के भीतर सीट पर स्टीकर चस्पा किए गए हैं, यहां एक सीट छोड़कर यात्री बैठ रहे हैं. लिफ्ट की फर्श पर भी स्टीकर लगाए गए हैं, इससे लिफ्ट में दो यात्री ही एक साथ जा सकते हैं. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे.