लखनऊःउत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक के खाते में सरकार 1100 रुपये भेजेगी. यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर व जूता-मोजा खरीदने के लिए यह धनराशि दी जाएगी. पिछले वर्ष की तरह शैक्षिक सत्र 2022-23 में भी यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर और जूता-मोजा खरीदने के लिए धनराशि अभिभावकों के बैंक खाते में भेजी जाएगी.
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है. इसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग प्रति छात्र-छात्रा 1100 रुपये का भुगतान कर रहा है. प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने जिलाधिकारियों को यह धनराशि बैंक खातों में भिजवाने के लिए तैयारियां शुरू करने का आदेश दिया. 20 मई तक धन खातों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा गया है. अभी तक सरकार यह सभी चीजें बच्चों को खुद उपलब्ध कराती थी. पिछले वर्ष समान व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई थी. तब बड़ी संख्या में अभिभावकों ने खातों में रुपये न पहुंचने की शिकायतें की थीं.
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सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के अभिभावकों के खाते में क्यों भेजे जाएंगे 1100 रुपये? - लखनऊ समाचार हिंदी में
प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों के खाते में यूपी बेसिक शिक्षा विभाग 1100 रुपये भेजेगा. ये धनराशि यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर और जूता-मोजा खरीदने के लिए दी जाएगी.
इस व्यवस्था पर विपक्ष ने भी सवाल खड़े किए थे. आम आदमी पार्टी ने इस बजट को कम बताया था. पार्टी का कहना था कि इतने कम पैसे में यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर और जूता-मोजा खरीद पाना संभव ही नहीं है. ऐसे में इस धनराशि को और बढ़ाया जाना चाहिए. जानकारों की मानें तो पहले इन चीजों को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी शिक्षकों और विभाग की होती थी. तब धांधली और गुणवत्ता को लेकर शिकायतें सामने आयी थीं.
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