लखनऊ:नवाबों का शहर लखनऊ अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए दुनिया भर में अलग पहचान रखता है. नवाबों के दौर में बनी यहां की इमारतें अपने आप में कई रहस्य और इतिहास समेटे हैं. ऐसा ही कुछ रहस्यमयी इतिहास शहर के बीचों-बीच बनी छतर मंजिल अपने में समेटे है. इमारत की संकरी सुरंगों से जुड़ी कहानी जानने के लिए देखिए संवाददाता अर्सलान समदी की खास रिपोर्ट......
...जानिए छतर मंजिल की रहस्यमयी सुरंगों की अनकही दास्तान
राजधानी लखनऊ में बनी इमारत अपने आप में कई इतिहास समेटे है. यह इमारत नवाबों के दौर में आज से करीब 200 साल पहले 18वीं सदी में बनाई गई थी. वर्ष 2017 में सरकार द्वारा इसकी मरम्मत कराना शुरू की गई, लेकिन अचानक एक दिन इस इमारत के पिछले हिस्से की मिट्टी धस गई. इसके बाद रहस्मयी सुरंगों और तिलिस्मी तहखानों का पता चला.
लखनऊ के नवाब सआदत अली खां ने फ्रांसीसी सेना के जनरल क्लाउड मार्टिन से इस इमारत को खरीदा था, लेकिन उनके बाद नवाब गाजीउद्दीन हैदर ने इस इमारत का विस्तार करवाना शुरू किया. उनकी मौत के बाद नवाब नासिर उद्दीन हैदर ने इसका निर्माण पूरा करवाया. कहते हैं कि आज से करीब 200 साल पहले 18वीं सदी में इसका निर्माण पूरा हुआ था. वर्ष 2017 में सरकार द्वारा इसकी मरम्मत कराना शुरू की गई, लेकिन अचानक एक दिन इस इमारत के पिछले हिस्से की मिट्टी धस गई. इसके बाद रहस्मयी सुरंगों और तिलिस्मी तहखानों का पता चला.