लखनऊ:उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में चालू शिक्षण सत्र के दौरान परीक्षाओं का आयोजन नहीं कराया जाएगा. इसकी घोषणा डिप्टी सीएम और उच्च शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने दी. डिप्टी सीएम ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी 30% की कटौती की जाएगी. राजधानी लखनऊ के लोक भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शिक्षा नीति के संदर्भ में बड़े फैसले लिए हैं.
जानकारी देते डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा. डिप्टी सीएम ने बताया कि विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर को छोड़कर बची हुई परीक्षाओं को स्थगित किया जायेगा. इस दौरान विश्वविद्यालयों में लॉकडाउन शुरू होने से पहले परीक्षाएं आयोजित की गई और परिणाम घोषित कर दिए गए हैं उनके परीक्षा परिणाम यथावत रहेंगे. इन परीक्षाओं पर वे नियम लागू रहेंगे, जो पहले से लागू थे.
डिप्टी सीएम ने बताया कि सभी संकायों के विभिन्न कक्षाओं के ऐसे छात्र जो 18 मार्च 2020 के पहले संबंधित विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित परीक्षा के प्रश्न-पत्रों के मूल्यांकन के आधार पर अपनी कक्षा के प्रत्येक विषय में उत्तीर्ण हैं और किसी विषय में बैक पेपर के योग्य है, तो उन्हें अगले साल/अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत कर दिया जायेगा और उनकी बची हुई परीक्षाएं स्थगित रहेंगी.
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल/दिशा-निर्देश का अनुपालन करते हुए सितंबर 2020 के अन्त तक ऑफलाइन (पेन और पेपर)/ऑनलाइन/मिश्रित (ऑनलाइन$ऑफलाइन) विधा से अवषेश परीक्षायें सम्पन्न कराई जाएंगी. स्नातक अंतिम साल की परीक्षाएं 30 सितम्बर तक संपन्न कराकर स्नातक अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम 15 अक्टूबर तक तथा स्नातकोत्तर अन्तिम वर्ष का परीक्षा परिणाम 31 अक्टूबर तक घोषित किये जाएंगे.
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