लखनऊः उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस कस्टडी में आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी ने कई बड़े खुलासे किए हैं. ATS सूत्रों की मानें तो पूछताछ में पता चला है कि इस रैकेट के जरिए महिलाओं और मूक बधिर युवाओं को टारगेट किया जा रहा था. पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने बताया कि उनके पास अरब देशों से इसके लिए धन आता है. वह इससे पहले भी बड़ी संख्या में धर्मांतरण का काम करवा चुके है.
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हिन्दू लड़कियों का धर्मांतरण के बाद शादी भी करवा चुके हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के मुताबिक, आरोपी उमर गौतम ने बताया कि, जिन एक हजार गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित करवाया गया है. उनमें 121 बच्चे उत्तर प्रदेश के नोएडा, मथुरा के हैं. ATS टीम धर्मांतरित हिंदुओं के घरवालों से संपर्क करके उनकी मौजूदा लोकेशन पता करने में जुट गई है.
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि नोएडा डेफ सोसायटी की मदद से इस्लामिक दावा सेंटर ने मुहिम चलाकर देश भर से गैर मुस्लिमों को इस्लाम धर्म स्वीकार करवाया है. इसके एवज में डेफ सोसायटी को अच्छी खासी रकम मिल रही थी. एटीएस को अब तक एक हजार धर्मान्तरित लोगों को सूची मिली है.