लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के 22000 अतिरिक्त पद पर भर्ती की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े युवक अब आमरण अनशन पर बैठ गए. 7 बेरोजगार युवक अनशन पर बैठे हैं. इनकी ओर से जिलाधिकारी कार्यालय को आमरण अनशन पर बैठने के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया. दोपहर होते-होते अनशन पर बैठी महिला प्रदर्शनकारी की हालत बिगड़ने लगी. खबर लिखे जाने तक यहां भारी सुरक्षा बल की तैनाती कर दी गई है.
बता दें, यह प्रदेश के b.Ed और बीटीसी कॉलेजों में पढ़ कर निकले युवक हैं. बीते सप्ताह यह लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय के पीछे बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए थे. इस कार्यालय में बेसिक शिक्षा निदेशक समेत विभाग के अन्य अधिकारी बैठते हैं. इन्होंने रात भी पानी की टंकी पर ही गुजारी. जिला प्रशासन के दबाव में यह बाद में उतर आए. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार बेसिक शिक्षा विभाग के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करें.
आमरण अनशन पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन का 58 वां दिनइन युवकों की तरफ से बीते 58 दिन से प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेशभर से आए इन युवकों के द्वारा बीते दिनों भाजपा कार्यालय के सामने से लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर भी प्रदर्शन किया गया. इनके प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी से भी हो चुकी है. लेकिन इतने प्रयासों के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला. कोई नतीजा ना निकल पाने से नाराज ये प्रदर्शनकारी पानी की टंकी पर चढ़े थे. उनकी मांग है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी वह प्रदर्शन जारी रखेंगे.
पढ़ें-यूपी में चार महीने बाद आज से खुले स्कूल, कोरोना नियमों का पालन अनिवार्यक्या चाहते हैं प्रदर्शनकारी शिक्षक अभ्यर्थी - उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में इन अभ्यर्थियों की ओर से 22000 रिक्त पदों को भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल किए जाने की मांग उठाई जा रही है. - इनका कहना है कि हजारों b.Ed बीटीसी छात्र बेरोजगार भटक रहे हैं. इन पदों को भर्ती प्रक्रिया में जोड़ने से उन्हें नौकरी पाने का अवसर मिल जाएगा. - प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यूपी राज्य सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 51 हज़ार से अधिक पद रिक्त हैं और जल्द ही भर्ती दी जाएगी एवम शिक्षा मित्रों को एक और मौका दिया जाएगा.- उनका कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले 2 वर्षों से कोई नई भर्ती नहीं हुई है जो 68500 और 69000 शिक्षकों की भर्ती हुई है, वह सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने की वजह से हुई है. आरटीआई से प्राप्त डाटा के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में अब भी डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं.