लखनऊ: जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Jal Shakti Minister Swatantra Dev Singh) की ताकत को कम कर के भाजपा ने डिप्टी सीएमकेशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) की ताकत को विधान परिषद में बढ़ा दिया है. मगर केशव मौर्य को लेकर उन कयासों पर भी विराम लगा दिया है, जो उनको अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर लगाए जा रहे थे. अब तय हो गया है कि केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के अध्यक्ष नहीं बनेंगे. मगर स्वतंत्र देव सिंह के भविष्य पर संकट और अधिक मंडराता हुआ नजर आ रहा है. उनका मंत्री पद भी आशंकाओं से भरा हुआ नजर आ रहा है. माना जा रहा है कि उन पर पार्टी निकट भविष्य में बड़ा निर्णय ले सकती है.
पहले ही कहा जा रहा था कि स्वतंत्र देव सिंह का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा एक सामान्य घटना नहीं है. यह भाजपा की औपचारिक प्रक्रिया नहीं है. भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा देना केवल सजा रही है. भाजपा को जब हार का सामना करना पड़ता था, तब प्रदेश अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा देते रहे हैं. मगर बिना किसी औचित्य के और केवल कार्यकाल पूरा होने की वजह से इस्तीफा देने का यह पहला मामला है. जिसको लेकर कयास यह भी लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का भविष्य संकटों से घिरा हो सकता है.
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