लखनऊ : रविवार को महाविद्यालय संघ चुनाव (college union election) से पहले राजधानी के कालीचरण महाविद्यालय में शिक्षक संघ का प्रदेश अधिवेशन आयोजित किया गया. अधिवेशन में उत्तर प्रदेश के तमाम महाविद्यालय के प्रोफेसर व शिक्षक शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व विशिष्ट अतिथि के तौर पर महाविद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव प्रोफेसर अरुण कुमार शामिल हुए.
रविवार को होने वाले महाविद्यालय संघ के चुनाव से पहले महाविद्यालयों के शिक्षकों व प्रोफेसरों के हितों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. कार्यक्रम में महाविद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव प्रोफेसर अरुण कुमार ने महाविद्यालय के प्रोफेसर व शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाली, भत्ते में कटौती, शिक्षकों का सेवा विस्तार, अवकाश के मुद्दे को उठाया. इस दौरान अन्य शिक्षकों ने भी अपनी राय रखी. महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश शर्मा से शिक्षकों की बेहतरी के लिए प्रयास करने की उम्मीद जताई. इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा विश्वविद्यालय के शिक्षक हैं. हम उम्मीद कर सकते हैं कि वह हमारा दर्द समझेंगे और हमारी समस्याओं का निराकरण करेंगे. शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष से हम केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हमारी भेंट नहीं हो पाई है. हम पूर्व उप मुख्यमंत्री से आग्रह करते हैं कि वह हमारी मीटिंग केंद्रीय शिक्षा मंत्री से कराएं.
अधिवेशन में शामिल हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को उठाने के लिए शिक्षक संघ महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. यह लोकतंत्र का रक्षक है. मैं शिक्षकों के दर्द को भलीभांति समझ सकता हूं, लेकिन पूरी मजबूती के साथ यह कह सकता हूं कि पिछली सरकारों की अपेक्षा भारतीय जनता पार्टी की सरकार में शिक्षकों की बेहतरी के लिए मजबूत काम किए गए. पुरानी पेंशन की अपेक्षा नई पेंशन तो बेहतर मानते हैं नई पेंशन नीति के तहत यदि किसी शिक्षक की नौकरी के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार के सदस्य को नौकरी व मुआवजे का प्रावधान किया गया है.