लखनऊ : दीपावली पर्व को लेकर अस्पताल के बर्न विभाग में डॉक्टरों की टीम गठित (team of doctors formed) की जा रही है. अस्पताल की इमरजेंसी में 24 घंटे डॉक्टर मौजूद रहेंगे. तीन शिफ्ट में डॉक्टरों की ड्यूटी दीपावली पर लगेगी, ताकि एक शिफ्ट खत्म होने पर दूसरे डॉक्टर मौजूद रहें. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि हर बार देखा गया है कि दीपावली पर बहुत से लोग पटाखे जलाने के चक्कर में खुद को ही जला बैठते हैं, इसलिए अस्पताल में दीपावली के मौके पर एक टीम बनाना जरूरी हो जाता है.
उन्होंने बताया कि कई बार दीपावली वाली रात या अगले दिन पटाखों से घायल व चोटिल लोग आते हैं. पटाखे बारूद से बनते हैं इसलिए पटाखे से जलने पर दर्द और जलन बहुत होती है. बस इन्हीं सब चीजों को देखते हुए दीपावली पर एक डॉक्टरों की टीम गठित की जाएगी, ताकि अगर कोई मरीज इलाज के लिए आता है तो उसे तुरंत इलाज मिल सके. पांच डॉक्टर समेत सभी स्टाफ हमेशा की तरह अपनी ड्यूटी शिफ्ट के हिसाब से ही करेंगे. सभी अपनी ड्यूटी पर समय से अस्पताल में आएंगे. एक शिफ्ट की ड्यूटी खत्म होने के बाद अगले शिफ्ट के कर्मचारी ड्यूटी करेंगे.
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में भी डायरेक्टर और डॉक्टरों की मीटिंग होगी. जिसके बाद टीम बनाई जाएगी. जिसमें बर्न विभाग के डॉक्टर, आंखों के डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि अगर कोई मरीज पटाखों से जलकर इलाज के लिए इमरजेंसी में आए तो उसे वहां बर्न विभाग के डॉक्टर, आंखों के डॉक्टर मौजूद रहें. अक्सर दीपावली पर ऐसे केस ज्यादा आते हैं, जिसमें हाथ में ही पटाखा फट जाता है या आंख में पटाखे का बारूद चला जाता है. इन दोनों ही मामलों में मरीज को असहनीय दर्द व जलन होती है. ऐसे में तुरंत इलाज मिलना जरूरी हो जाता है, इसलिए अस्पताल में ये दोनों डॉक्टरों की ड्यूटी शिफ्ट के हिसाब से लगेगी.