लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने दीपावाली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए मिलावट खोरों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने का फैसला लिया है. 7 से 12 नवंबर के बीच पूरे प्रदेश में यह अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत दुकानों का निरीक्षण कर वहां बेची जा रही खाद्य सामग्रियों के सैंपल एकत्र किए जाएंगे. इस दौरान सबसे ज्यादा जोर मिठाइयों में मिलावट खोरी रोकने पर रहेगा.
खाद्य सामग्री में मिलावट रोकने के लिए 7 से 12 नवंबर तक विशेष अभियान
त्योहारी सीजन में खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में 7 से 12 नवंबर के बीच विशेष अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत प्रदेश भर में दुकानों पर छापेमारी की जाएगी और खाद्य पदार्थों के सैंपल कलेक्ट किए जाएंगे.
प्रदेश सरकार के निर्देश पर मिलावट खोरी रोकने के लिए अक्टूबर माह में भी एक विशेष अभियान चलाया गया था. इस अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में 4400 खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया था. इस अभियान में 1,821 स्थानों पर विशेष तौर पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी और खाद्य पदार्थों के 2,225 नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए थे. इस अभियान के दौरान 4,44,960 की कीमत की खराब खाद्य सामग्री नष्ट की गई थी. प्रदेश सरकार द्वारा चलाए गए इस अभियान से मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया था. ऐसे में दीपावली के त्योहार के मद्देनजर एक बार फिर मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
बताते चलें कि त्योहारों पर मुनाफा खोर खाद्य पदार्थों में बड़े पैमाने पर मिलावट करते हैं. हर साल ऐसे हजारों मामले सामने आते हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार ने इस बार मिलावटखोरों के विरुद्ध बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का निर्णय लिया है.