लखनऊ : रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व है जिसमें बहनें भाई से चाहे जितनी भी दूर क्यों न हों, लेकिन बहनों का प्यार भाई तक जरूर पहुंचता है, फिर चाहे भाई सात समुंदर पार ही क्यों न हो. बहुत सारी बहनें इस समय डाकघर में राखी भिजवाने के लिए आ रही हैं. मंगलवार को मोहर्रम होने के कारण कई डाकघर बंद रहे, लेकिन हजरतगंज स्थित प्रधान डाकघर में राखी भिजवाने का काउंटर खोला गया था. डाकघर में बहुत सारे पुरुष हाथों में लिफाफा लिए नजर आए, जो अन्य जगह कोरियर करवा रहे हैं.
काउंटर में बैठे एक कर्मचारी ने कहा कि राखी का त्योहार है, इसलिए मोहर्रम के दिन भी प्रधान डाकघर को खोला गया था. जिससे बहनों की राखी उनके भाई तक पहुंच सके. सुबह से 200 से अधिक लोग राखी कोरियर कराने के लिए आ चुके हैं. शाम तक हजार लोग आ ही जाएंगे. बीते दिनों में करीब 6,000 लोग राखी कोरियर कराने के लिए प्रधान डाकघर में आए हैं.
राजधानी के राजाजीपुरम में रहने वाले अशोक शर्मा डाकघर पहुंचे. उन्होंने बताया कि मुझे अपनी पत्नी का लिफाफा उनके भाई के पास रायबरेली भिजवाना है. साथ ही अपनी बेटी का एक लिफाफा ममेरे भाई को भिजवाना है. दोनों ही राखी बरेली के अलग-अलग एड्रेस पर जाएंगी. उन्होंने कहा कि भाई बहन का रिश्ता सभी रिश्तों से अलग होता है, बहनें चाहे कितनी भी दूर क्यों ना हों, लेकिन वह अपने भाई को अपना प्यार जरूर भेजती हैं. हालांकि मेरी बहन इस समय राखी बांधने के लिए आई हुई है.
लखनऊ केशव नगर के रहने वाले उमेश कुशवाहा प्रधान डाकघर राखी कोरियर करने के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बताया कि मेरी बेटी ये राखी मेरी बहन के लड़के के लिए इटावा पोस्ट कर रही है. इसी तरह मेरी भी बहन ने मुझे राखी भेजी है जो कि आ चुकी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाई बहन का रिश्ता बहुत अनमोल होता है. इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.