लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET 2021) का पेपर लीक होने के विरोध में सोमवार को लखनऊ की सड़कों पर हंगामा हुआ. लखनऊ में समाजवादी यूथ फ्रंट ने कैसरबाग स्थित सपा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. समाजवादी यूथ फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद लगातार छात्रों-नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष महेंद्र कुमार यादव ने कहा कि 28 नवम्बर को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक हो गया. जुलाई 2017 में दरोगा भर्ती, मार्च 2018 में पावर कॉरपोरेशन की भर्ती, अप्रैल 2018 में यूपी पुलिस की भर्ती, 2018 में ही अपर अधीनस्थ सेवा की भर्ती, सितंबर 2018 में नलकूप ऑपरेटर की भर्ती व सिपाही भर्ती समेत कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए थे.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ा है. भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश का हर प्रतियोगी छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित है. हर परीक्षा का पर्चा लीक होने के कारण लाखों छात्रों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
समाजवादी यूथ फ्रंट (समाजवादी छात्रसभा, लोहिया वाहिनी, युवजनसभा, यूथ ब्रिगेड) ने मांग की है कि UPTET 2021 के पेपर लीक होने के मामले में जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. परीक्षा 15 दिन के अंदर फिर कराई जाए और परीक्षार्थियों के लिए मुफ्त परिवहन की व्यवस्था की जाए. UPTET 2021 के परीक्षार्थियों की कम से कम हर्जाने के रूप में 5 हजार रुपये की मदद सरकार करे. 69000 शिक्षक भर्ती समेत अन्य भर्तियों की विसंगतियों को दूर करके योग्य छात्रों का चयन किया जाए.