लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य वन्य जीव बोर्ड की 13वीं बैठक की गई. जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले किये गए. बैठक में सीएम ने कहा है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के फलस्वरूप पन्ना टाइगर रिजर्व में जलभराव की स्थिति बनेगी. जिसके चलते बाघों का मूवमेंट चित्रकूट की ओर होगा. ऐसे में जनपद चित्रकूट अंतर्गत रानीपुर सेंच्युरी को रानीपुर टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित किया जाए. 630 वर्ग किलोमीटर का यह प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व होगा.
सीएम ने कहा कि लखनऊ के कुकरैल क्षेत्र में नाइट सफारी और आधुनिक चिड़ियाघर का विकास कराया जाना चाहिए. इस संबंध में वन्य जीव विभाग, नगर विकास, पीडब्ल्यूडी और आवास विभाग मिलकर अच्छी कार्ययोजना तैयार करें. यह नाइट सफारी और चिड़ियाघर पूरे देश के प्रकृति और वन्य जीव प्रेमियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में उपलब्ध होगा. उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से अविरल और निर्मल हो रहीं गंगा नदी में डॉल्फिन की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. ऐसे में प्रदेश में एक "डॉल्फिन पार्क" की स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको टूरिज्म की संभावनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए "एक जिला-एक गंतव्य" (one district one destination) योजनांतर्गत हर जिले में अनुकूल गंतव्य स्थलों का चयन कर वहां पर्यटन सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए. अब तक 56 जिलों में पर्यटन स्थल चयनित हो चुके हैं. सीएम ने कहा कि नियोजित प्रयासों से प्रदेश में बाघों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. वर्ष 2014 में कुल 117 बाघ प्रदेश में थे जो 2018 में बढ़कर 173 हो गए हैं. वर्तमान में इनकी संख्या 200 करीब होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में जंगलों में जल भराव न हो. इससे वृक्षों को काफी नुकसान होता है. जंगल के करीब की नदियों की ड्रेजिंग कराई जानी चाहिए.
सीएम ने कहा कि आगामी माह में "वन महोत्सव" के भव्य आयोजन के लिए सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं.
ये भी पढ़ें : कोविड के कारण पूरा नहीं हुआ सिलेबस, अब छुट्टियों में चल रहीं क्लासेज
रेस्क्यू सेंटर का शिलान्यास किया :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश में चार नवीन वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर का शिलान्यास किया. यह रेस्क्यू सेंटर हस्तिनापुर (मेरठ वन प्रभाग), मधवलिया (महराजगंज), बहिलपुरवा (चित्रकूट वन प्रभाग), गोपालपुर (पीलीभीत टाइगर रिजर्व) में स्थापित होंगे. कहा कि रेस्क्यू सेंटर का निर्माण कार्य आगामी दो वर्ष में पूर्ण कर लिया जाए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप