लखनऊ: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंत्री रामदास आठवले ने रविवार को योजना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिव सैनिक जो भी कर रहे हैं वह बिल्कुल भी सही नहीं है. संजय राऊत के कहने पर गुंडागर्दी की जा रही है. इस गुंडागर्दी का जवाब देना होगा. अगर शिवसैनिक सड़क पर उतरेंगे तो भीम सैनिक भी सड़क पर उतर जाएंगे. कानून व्यवस्था का सवाल है इसलिए उद्धव ठाकरे को अपने कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ढाई साल से उद्धव ठाकरे सरकार चला रहे थे लेकिन अब तक विधानसभा में स्पीकर भी नहीं बना पाए. बिना स्पीकर के ही विधानसभा चल रही थी. अब एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी है और शिंदे के पास ही बहुमत है. उनके पास पर्याप्त विधायक हैं और सही मायने में अब शिवसेना पूरी तरह से एकनाथ शिंदे की ही है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे से उनके अपने ही विधायक नाराज थे.
हमेशा कहते रहते थे कि उद्धव ठाकरे उनसे मिलते ही नहीं थे. तो इसी नाराजगी की वजह से ही सभी विधायक उद्धव ठाकरे से रूठकर एकनाथ शिंदे के साथ चले गए हैं. अगर बालासाहेब ठाकरे की पार्टी शिवसेना है और उनके पुत्र उद्धव ठाकरे हैं. तो एकनाथ शिंदे भी लगातार शिवसेना में ही रहे हैं तो वह भी शिवसेना की ही प्रोडक्ट है. अब उनके पास जब समर्थन है तो यह शिवसेना उन्हीं की है. महाविकास अघाड़ी, विकास के बजाय विनाश करने वाली अघाड़ी है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से बात भी की है जल्द ही देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बननी चहिए. आरपीआई को भी एक मंत्रिपद मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास भाजपा ने किया.
रामदास आठवले ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने आठ साल पूरे किए हैं. विकास का जालसभी राज्यों में फैला दिया है. दो लोकसभा उपचुनावों में रामपुर जीत लिया है. रामपुर की मुस्लिम जनता ने भी भाजपा को वोट दिया. आजम खां की जगह पर कब्जा करने का काम भाजपा सरकार ने किया है. आजमगढ़ भी जीत लिया. 30-35 दंगे सपा में हुआ थे. योगी आदित्यनाथ के राज में एक भी दंगा नहीं हुआ है. पहली बार राष्ट्रपति की जो उम्मीदवार हैं वह आदिवासी समाज से हैं. इतने उच्च पद पर जाने का मौका एनडीए ने दिया है. रामनाथ कोविंद दलित समाज से थे उनको मौका दिया. एनडीए की उम्मीदवार का मायावती ने समर्थन दिया है. इसके लिए मायावती का भी धन्यवाद दिया. मुर्मू मैडम भारी मतों से चुनकर आएंगी. दो एमएलए महाराष्ट्र में हैं. मुर्मू को हमारा भी समर्थन है.