लखनऊ :उत्तर प्रदेश में सोमवार को मौसम ने करवट ली. जिसके बाद लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली. इसी बीच प्रदेश भर में तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि भी हुई. कुछ स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली. जिसके कारण कई जगहों पर जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. आंधी-पानी के कुछ देर बाद मौसम सुहावना तो हो गया, लेकिन कई स्थानों पर आंधी लोगों के लिए काल बनकर आई. आंधी-पानी से प्रदेश भर के कई इलाकों में किसानों को भी काफी नुकसान हुआ.
लखनऊ में बदला मौसम का मिजाज
राजधानी लखनऊ में सोमवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया. बदले मौसम के कारण तेज आंधी के साथ बारिश हुई. मौसम के बदले मिजाज से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली. वहीं दूसरी तरफ राजधानी क्षेत्र में केले की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ. बारिश होने से जगह-जगह जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई.
गिरे ओले, बिजली सप्लाई ठप्प : राजधानी में जोरदार बारिश के साथ ओले भी गिरे. जिससे आम की फसलों को अत्यधिक नुकसान होने की संभावना है. तेज आंधी के कारण राजधानी के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई. मौसम विभाग के अनुसार 25 मई तक उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के साथ ही कुछ स्थानों पर बारिश जारी रहेगी.
आंधी-पानी से अस्पतालों की बिजली गुल, मरीजों से इमरजेंसी फुल
राजधानी लखनऊ में आंधी-पानी से कई पोल गिर गए. जिसके कारण कई अस्पतालों में बिजली गुल हो गई. अस्पतालों की बिजली गुल होने से चिकित्सकीय सेवाएं भी प्रभावित हुईं. वहीं अस्पतालों की इमरजेंसी सेवा मरीजों से फुल हो गई.
सोमवार को करीब 12 बजे तेज आंधी आई. इसकी वजह से सिविल, बलरामपुर, लोहिया, केजीएमयू और महानगर भाऊराव देवरस समेत अन्य कई अस्पतालों में बिजली गुल हो गई. बिजली बाधित होने से केजीएमयू समेत अन्य अस्पतालों की ओपीडी में पंजीकरण का काम ठप हो गया. वहीं सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा फुल हो गई. नए मरीजों को भर्ती के लिए इमरजेंसी बेड को दिन में 2 से 3 बार खाली कराना पड़ा.
वाराणसी में तेज आंधी और बारिश से गिरी दीवार, महिला की मौत
वाराणसी में सिगरा थाना क्षेत्र के सोनिया इलाके में सोमवार की शाम को तेज आंधी और बारिश से निर्माणाधीन मकान के तीसरे फ्लोर के कमरे की दीवार बगल के मकान पर गिर गई. दीबार के नीचे दबने से 2 महिलाएं घायल हो गईं. इसमें से एक की मौत हो गई. घटना में मृत युवती का 8 दिन बाद तिलक होना था. वह अपनी बुआ के घर खरीदारी करने आई थी.
खराब मौसम के कारण नहीं हो पाई विमानों की लैंडिंग
वाराणसी में खराब मौसम का असर हवाई यातायात पर भी देखने को मिला. आंधी-तूफान के बाद दृश्यता की कमी के कारण लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग करने पहुंचे विमानों की लैंडिंग नहीं हो पाई. दृश्यता की कमी के कारण विमान करीब एक घंटे तक आसमान में चक्कर लगाते रहे. मौसम सामान्य होने के बाद ही विमान को लैंडिंग करने की अनुमति दी गई.
मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद एयरपोर्ट से वाराणसी आने वाला गो फर्स्ट एयरलाइंस का विमान G8767 शाम 4 बजे वाराणसी हवाई क्षेत्र में पहुंच गया. विमान जब वाराणसी हवाई क्षेत्र में पहुंचा, उसी समय वाराणसी में धूल भरी आंधी चलने लगी. आंधी के कारण दृश्यता कम हो गई. ऐसे में विमान आसमान में चक्कर लगाने लगा. यह विमान आसमान में करीब एक घंटे तक चक्कर लगाता रहा.
मौसम सामान्य होने पर विमान को वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत मिली. इसी तरह कोलकाता से वाराणसी आने वाला इंडिगो एयरलाइंस का विमान 6E378 भी शाम 4 बजे वाराणसी हवाई क्षेत्र में पहुंच गया. इस विमान को भी दृश्यता कम होने के कारण वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं मिली. यह विमान भी वाराणसी हवाई क्षेत्र में एक घंटे तक आसमान में चक्कर लगाता रहा.