लखनऊ:उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि इस साल के अंत तक समय से निकाय चुनाव कराए जा सकें. इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के साथ साथ शासन स्तर पर भी तेजी से प्रक्रिया पूरी की जा रही है. जिलों में नगरीय निकायों के परिसीमन और आरक्षण का काम कराया जा रहा है. इससे जल्द से जल्द सभी तैयारियां पूरी कर चुनाव की नोटिफिकेशन जारी कराई जा सके.
2017 के निकाय चुनाव में नवंबर-दिसंबर में चुनाव की प्रक्रिया पूरी हुई थी. उस समय 3 करोड़ 33 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. 2017 में 652 नगरीय निकायों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी हुई थी लेकिन, इस बार राज्य सरकार ने समय-समय पर नगरीय निकायों का सीमा विस्तार के साथ-साथ नए निकायों का गठन भी किया है. इससे इनकी संख्या बढ़कर करीब 750 से अधिक हो गई है. ऐसे में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के समय मतदाताओं की संख्या में इजाफा होना स्वभाविक सी बात है. साथ ही अभी शासन स्तर पर निकाय चुनाव कराए जाने से पहले नगरीय निकायों के परिसीमन का काम कराया जा रहा है. इसी महीने परिसीमन का काम पूरा होने के बाद राज्य सरकार की तरफ से औपचारिक रूप से नगर निकायों की संख्या उनके क्षेत्र की जानकारी सहित पूरा ब्यौरा राज्य निर्वाचन आयोग को दिया जाएगा. इसके बाद आयोग के स्तर पर मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.
वहीं, इस बीच राज्य सरकार के स्तर पर निकायों में आरक्षण का काम भी पूरा करा लिया जाएगा. इस बीच राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि फिलहाल जिस प्रकार से तैयारी चल रही है और सरकार की जो मंशा है उसके अनुसार निकाय चुनाव समय पर यानी दिसंबर तक करा लिए जाएंगे. चुनावी तैयारियों की स्थिति जानने को लेकर ईटीवी भारत ने राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्याधिकारी एसके सिंह से खास बातचीत की.