लखनऊः बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी (BBAU) में पीएचडी प्रवेश को लेकर विवाद हो गया है. पीएचडी प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार कराने के बाद शिक्षकों ने एसटी स्टूडेंट्स का दाखिला लेने से मना कर दिया है. इसके बाद परेशान छात्र की तरफ 1 अगस्त को कुलपति को लिखित शिकायत भेजी गई है.
BBAU में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पर विवाद, नहीं मिला दाखिला - बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में पीएचडी प्रवेश
लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में पीएचडी के लिए एसटी सीट पर दाखिला निकाला गया. इसके बाद प्रवेश परीक्षा और काउंसलिंग भी करा ली गई लेकिन डेढ़ महीने बाद जारी नतीजों में एसटी कैटेगरी से नाम नदारद दिखा जिस पर छात्र ने आपत्ति दर्ज करायी है.
मामला बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग का है. यहां पीएचडी की एसटी सीट पर दाखिले के लिए आवेदन लिए गए थे. अभ्यर्थी के मुताबिक, उसने पीएचडी प्रवेश के लिए आयोजित परीक्षा में क्वालिफाई किया. जिसके बाद उसे बीती 20 जून को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया. लेकिन डेढ़ महीने बाद जारी नतीजों में एसटी कैटेगरी में नाम नहीं दिखाया गया. इसकी शिकायत जब विभागाध्यक्ष प्रो. संगीत सक्सेना से की गई तो उन्होंने सुपरवाइजर की तरफ से सीट ड्रॉप करने की जानकारी दी. दाखिले की प्रक्रिया पूरी होने जाने के बाद सीट ड्रॉप करने के फरमान को लेकर अभ्यर्थी ने आपत्ति दर्ज कराई है.
विश्वविद्यालय की बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. संगीता सक्सेना ने इस मामले को लेकर कहा कि प्रो. डीआर मोदी की तरफ से पहले सीट निकाली गई है बाद में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों के चलते ड्रॉप करने का फैसला लिया था. हालांकि, उनको इस शर्त पर अनुमति दी गई थी कि अगर कोई अभ्यर्थी क्लैम नहीं करता है तो वह ड्रॉप कर सकते हैं लेकिन इस अभ्यर्थी की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई गई है. छात्रहित को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.