लखनऊ: सरकारी अस्पताल में मध्यम वर्गीय और गरीब घर की महिलाएं इलाज के लिए पहुंचती हैं. पत्नी की मौत के बाद सुरेश चंद्र ने कहा कि अस्पताल में मरीज को भर्ती कराने के बाद हर दवा बाहर से मंगवायी जाती है. डॉक्टर व नर्स कहते हैं कि बाहर की दवा जल्दी असर करेगी या अस्पताल में दवाई उपलब्ध नहीं है, इसलिए बाहर से दवाई मंगवाई जाती है.
क्वीन मेरी अस्पताल में डॉक्टर बाहर से मंगवा रहे दवाइयां, परिजन और तीमारदार परेशान
राजधानी के क्वीन मैरी अस्पताल में प्रसूता के घरवालों को बाहर के मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदकर लानी पड़ रही हैं क्योंकि अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध नहीं है. इस कारण मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी हो रही है.
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क्वीन मैरी अस्पताल की मेडिकल सुप्रीटेंडेंट एसपी जायसवार ने पहले तो इस मुद्दे पर बातचीत करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि जिस प्रसूता की मौत हुई है, उसकी जानकारी अभी उनको नहीं है. जानकारी होने के बाद ही कुछ कह सकते हैं और रही बात बाहर से दवा मंगवाने की तो हमेशा ऐसा नहीं होता है. कई बार प्रसूता के लिए दवाइयां बेहद जरूरी होती हैं, जो अस्पताल में नहीं होती हैं. सिर्फ उसे ही बाहर से मंगवाया जाता है ताकि दवा के अभाव में किसी महिला की मौत न हो.